फगानिस्तान से सेना वापसी को लेकर भले ही अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडन स्पष्टीकरण दे रहे हैं लेकिन इसके बावजूद उनकी आलोचना लगातार जारी है. अब डेमोक्रेटिक पार्टी के एक नेता ने लेख लिखकर कहा है कि उन्होंने सेना वापसी का विरोध किया था. डेमोक्रेट नेता जिम लैंगविन सांसद हैं. उन्होंने अफगानिस्तान की हालिया स्थिति पर सवाल खड़े किए हैं.
फॉरेन पॉलिसी पर अपने एक लेख में उन्होंने कहा है कि बीते मई महीने में सेना वापसी को लेकर U.S. House Armed Services Committee की एक बैठक हुई थी. इस बैठक में लैंगविन ने सेना के वरिष्ठ अधिकारी से पूछा था कि अगर सेना वापसी के बाद अफगानिस्तान की हालत बिगड़ती है और वहां की सरकार मदद मांगती है तो अमेरिका का क्या स्टैंड होगा. इस पर अधिकारी ने कहा था कि वो काल्पनिक सवालों के चक्कर में नहीं पड़ना चाहते हैं. लैंगविन ने लेख में कहा है कि कमेटी के सभी सदस्यों ने इससे संबंधित सवाल पूछे थे और उन्हें कोई ठीक-ठाक जवाब नहीं मिला था.
कमेटी के सदस्यों ने खत लिखकर वाइट हाउस को किया था आगाह
लैंगविन ने लिखा है कि इस बैठक के बाद 10 अन्य सदस्यों के साथ उन्होंने वाइट हाउस को अफगानिस्तान की स्थिरता संबंधी खत लिखा था. इसमें कहा गया था कि सेना वापसी के बाद वहां के हालात पर ध्यान देना होगा. लेकिन इस खत का वाइट हाउस की तरफ से कोई जवाब नहीं दिया गया.
क्यों अफगानिस्तान में हुई तबाही?
लैंगविन ने लिखा है कि हम लोगों ने उस वक्त ‘काल्पनिक सवालों’ के बारे में नहीं सोचा, शायद इसी वजह से इस वक्त अफगानिस्तान के हालात ऐसे हैं. अब अफगानिस्तान में जबरिया शादी करवाई जा रही है, लोग भाग रहे हैं और चुनकर हत्याएं की जा रही हैं. ये एक तबाही है.
Source : News18