बिहार के स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडेय ने बताया कि मुजफ्फरपुर के श्रीकृष्ण चिकित्सा महाविद्यालय अस्पताल (एसकेएमसीएच) को भी भारतीय आयुर्विज्ञान अनुसंधान परिषद (आईसीएमआर) से कोरोना के जांच की अनुमति मिल गई है।
पांडेय ने कहा कि अब कोरोना से संक्रमित और संदिग्ध मरीजों की जांच एसकेएमसीएच में भी हो सकेगी। उन्होंने कहा कि वहां शीघ्र ही सैंपल जांच की प्रक्रिया शुरू हो जाएगी। उल्लेखनीय है कि बिहार में राजधानी पटना के राजेंद्र मेमोरियल रिसर्च इंस्टीच्यूट ऑफ मेडिकल साइंस, नालंदा चिकित्सा महाविद्यालय अस्पताल (एनएमसीएच), पटना चिकित्सा महाविद्यालय अस्पताल (पीएमसीएच), इंदिरा गांधी आयुर्विज्ञान संस्थान (आईजीआईएमएस) और दरभंगा चिकित्सा महाविद्यालय अस्पताल (डीएमसीएच) में सैंपल की स्वाब जांच की व्यवस्था थी।
मंत्री ने कहा कि कोरोना वायरस से बचने के लिए राज्य में सोशल डिस्टेंसिंग का फॉर्मूला तेजी से काम कर रहा है। अभी तक 64 कोरोना पॉजिटिव मरीजों में से 23 लोग कोरोना पर विजय प्राप्त कर पूरी तरह स्वस्थ हुए हैं। ऐसे मरीज भी हैं, जिनकी स्थिति में लगातार सुधार हो रहा है। गया में भी एक मरीज ने कोरोना को मात दी है। पांडेय ने कहा कि सोशल डिस्टेंसिंग का ही परिणाम है कि सबसे अधिक घनत्व वाले राज्य में जहां पॉजिटिव मरीजों की संख्या कम हैं, राष्ट्रीय स्तर पर भी जहां कोरोना के मामले चार दिनों में दोगुना होते थे। वहीं अब छह दिनों में इतने मामले आ रहे हैं।