बालाकोट एयर स्ट्राइक के बारे में रिपब्लिक टीवी के एडिटर इन चीफ अर्नब गोस्वामी को पहले से पता था। ये दावा ऑल्ट न्यूज के को-फाउंडर प्रतीक सिन्हा ने किया है। उन्होंने सोशल मीडिया पर एक वॉट्सऐप चैट का स्क्रीनशॉट भी शेयर किया है। सुप्रीम कोर्ट के वकील प्रशांत भूषण ने भी अपनी सोशल मीडिया पोस्ट में कहा है कि जिस पुलवामा हमले में 40 जवान शहीद हुए, अर्नब ने उसका जश्न मनाया था। अर्नब को बालाकोट स्ट्राइक की जानकारी भी 3 दिन पहले मिल गई थी। अर्नब को कश्मीर में आर्टिकल 370 हटाए जाने के बारे में भी पहले से पता था।
क्या असल स्ट्राइक से तीन दिन पहले एक पत्रकार (और उसके दोस्त) को बालाकोट शिविर में जवाबी हमले के बारे में पता था?
— P. Chidambaram (@PChidambaram_IN) January 17, 2021
सोशल मीडिया पोस्ट्स में दावा किया जा रहा है कि अर्नब और दासगुप्ता के बीच यह बातचीत 2019 में हुई थी। इसे मुंबई पुलिस की क्राइम ब्रांच के पास मौजूद 500 पेज की वॉट्सऐप चैट का हिस्सा बताया जा रहा है। टीआरपी घोटाले की जांच कर रही मुंबई क्राइम ब्रांच ने हाल ही में 3,600 पन्नों का सप्लीमेंट्री चार्टशीट मुंबई हाईकोर्ट में दाखिल किया है। इसमें पेज नंबर 1994 से 2504 तक अर्नब और दासगुप्ता के बीच हुई वॉट्सऐप चैट का ब्यौरा है।
कांग्रेस के सवाल
पूर्व केंद्रीय मंत्री और कांग्रेस नेता मनीष तिवारी ने अपने सोशल मीडिया पोस्ट में लिखा, ‘अगर मीडिया के एक धड़े की रिपोर्टिंग सही है तो सवाल यह है कि बालाकोट स्ट्राइक और 2019 के आम चुनाव के बीच कोई संबंध है? क्या चुनाव में फायदे के लिए राष्ट्रीय सुरक्षा को मुद्दा बनाया गया। इसकी संयुक्त संसदीय समिति (JPC) से जांच होनी चाहिए।’
पुलिस ने माना- वायरल चैट चार्जशीट का हिस्सा
मीडिया में यह चैट लीक होने के बाद सहायक पुलिस आयुक्त सचिन वजे ने माना कि यह चैट हाईकोर्ट में दाखिल की गई सप्लीमेंट्री चार्जशीट का हिस्सा है। लेकिन, यह मीडिया तक कैसे पहुंची। इसकी जानकारी उन्हें नहीं है।
अर्नब और BARC के पूर्व CEO के बीच की जो चैट प्रतीक सिन्हा ने शेयर की है, उसमें अर्नब ने लिखा है कि स्ट्राइक करके चुनाव जीता जाएगा।
Pre and Post Balakot. pic.twitter.com/Sf3Gcl0mId
— Pratik Sinha (@free_thinker) January 15, 2021
इससे पहले शुक्रवार को भी प्रशांत भूषण ने सोशल मीडिया पोस्ट लिखी थी। इसमें उन्होंने एक वॉट्सऐप चैट के स्क्रीनशॉट्स शेयर किए थे। इनमें एक नाम अर्नब का नजर आ रहा है, जबकि दूसरे नाम के बारे में दावा किया जा रहा है कि वे पार्थो दासगुप्ता हैं। दासगुप्ता ब्रॉडकास्ट ऑडियंस रिसर्च काउंसिल यानी BARC के 2013 से 2019 के बीच CEO थे। फेक TRP स्कैम में उनकी गिरफ्तारी हो चुकी है। BARC वह संस्था है, जो देश के 45 हजार घरों में टीवी पर लगे बार-ओ-मीटर के जरिए हर हफ्ते बताती है कि कौन सा चैनल कितना देखा जा रहा है।
हम यहां बता रहे हैं कि वायरल हो रहे इन चैट स्क्रीनशॉट्स में लिखा क्या है…
स्क्रीनशॉट 1: स्ट्राइक से 3 दिन पहले कुछ बड़ा होने का अर्नब का दावा
प्रतीक सिन्हा ने जो स्क्रीनशॉट शेयर किए हैं, उसमें अर्नब गोस्वामी कह रहे हैं, कुछ बड़ा होना है। ये स्क्रीनशॉट्स 23 फरवरी 2019 के हैं। यानी बालाकोट स्ट्राइक से 3 दिन पहले। इसी बातचीत में BARC के CEO पूछते हैं, क्या दाऊद? अर्नब बोलते हैं- नहीं, पाकिस्तान। कुछ बड़ा होने वाला है। BARC के CEO पूछते हैं कि क्या स्ट्राइक होने वाली है या उससे बड़ा? चैट में अर्नब दावा करते हैं कि सरकार को भरोसा है कि स्ट्राइक जनता को खुश कर देगी।
स्क्रीनशॉट 1: स्ट्राइक से 3 दिन पहले कुछ बड़ा होने का अर्नब का दावा
प्रतीक सिन्हा ने जो स्क्रीनशॉट शेयर किए हैं, उसमें अर्नब गोस्वामी कह रहे हैं, कुछ बड़ा होना है। ये स्क्रीनशॉट्स 23 फरवरी 2019 के हैं। यानी बालाकोट स्ट्राइक से 3 दिन पहले। इसी बातचीत में BARC के CEO पूछते हैं, क्या दाऊद? अर्नब बोलते हैं- नहीं, पाकिस्तान। कुछ बड़ा होने वाला है। BARC के CEO पूछते हैं कि क्या स्ट्राइक होने वाली है या उससे बड़ा? चैट में अर्नब दावा करते हैं कि सरकार को भरोसा है कि स्ट्राइक जनता को खुश कर देगी।
Input: Dainik Bhaskar