मुजफ्फरपुर : नगर निगम में अविश्वास के बीच नया विश्वास पनप रहा है। कल तक जो एक दूसरे के विरोधी थे अब करीब आ गए हैं। पार्षदों का नया गठजोड़ बन रहा है जो महापौर सुरेश कुमार एवं उपमहापौर मानमर्दन शुक्ला का भविष्य तय करेगा। हालांकि की अब यह गठजोड़ पर्दे के पीछे बन रहा है लेकिन उसका अहसास होने लगा है।
महापौर एवं उपमहापौर के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव आने के बाद नगर निगम की राजनीति करवट ले रही है। हालांकि इसकी पृष्ठभूमि विधानसभा चुनाव के दौरान ही बन गई थी जब किंगमेकर की जीत में विरोधी खेमा के एक गुट ने अपना योगदान दिया था। अब तक महापौर के साथ खड़ा पार्षदों को एक बड़ा खेमा ने अपना पाला बदल लिया है और महापौर विरोधी खेमा के साथ नया गठबंधन बना लिया है। इसका असर कुर्सी की लड़ाई में दिखेगा।
महापौर बीमार, घर से देखेंगे काम : अविश्वास प्रस्ताव आने के बाद महापौर सुरेश कुमार बीमार हो गए हैं। उन्होंने नगर आयुक्त विवेक रंजन मैत्रेय को पत्र लिखकर इसकी जानकारी दी है। कहा है कि जबतक स्वस्थ नहीं हो जाते अपने आवासीय कार्यालय से ही निगम का काम देखेंगे।
महापौर सुरेश कुमार और उपमहापौर मानमर्दन शुक्ला का भविष्य तय करेगा यह गठजोड़
वार्ड पार्षदों को मनाने में लगे हैं दोनों खेमे
महापौर एवं उपमहापौर के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव आने के बाद नगर निगम की राजनीति चरम पर है। दोनों खेमा के चाणक्य पर्दे के पीछे से अपनी चाल चल रहे हैं। वहीं महापौर समर्थक एवं विरोधी खेमा के सिपहसलार लगातार पार्षदों के घरों का दरवाजा खटखटाकर उनको मनाने में लगे हैं। सशक्त स्थायी समिति सदस्य एवं वार्ड 46 के पार्षद नंद कुमार प्रसाद साह एकबार फिर महापौर पद के लिए अपनी दावेदारी पेश करते हुए पार्षदों को अपने खेमा में करने का प्रयास कर रहे हैं। उनको उम्मीद है कि अंतत पार्षद उनके साथ होंगे। इसके लिए वह लगातार पार्षदों के घर का दरवाजा खटखटा रहे हैं।
Source : Dainik Jagran