बिहार के कटिहार जिले के कई गांव बाढ़ की चपेट में हैं. गंगा और कोसी नदी में आए उफान की वजह से गांव डूब गए हैं. आवागमन पूरी तरह से बाधित हो चुका है. नाव के सहारे लोग जरूरत का सामान लाने के लिए शहर जा रहे हैं. वहीं, तबीयत खराब होने पर एनडीआरएफ की टीम लोगों को अस्पताल पहुंचा रही है. इसी क्रम में बीती रात एनडीआरएफ की टीम ने गंगा की उफनती धार के बीच गर्भवती महिला को अस्पताल पहुंचाया, जहां उसने बेटी को जन्म दिया. बेटी का जन्म होने के बाद परिजनों ने खुश होकर उसका नाम गंगा रख दिया.
परिजनों ने बीडीओ को दी सूचना
जानकारी अनुसार कुर्सेला प्रखंड के शाहपुरधर्मी पंचायत के शेरमारी गांव के वार्ड नंबर 10 निवासी नीतीश कुमार की पत्नी बुधनी देवी गर्भवती थी. बीती रात उसे अचानक प्रसव पीड़ा शुरू हो गई. लेकिन बाढ़ की वजह से नजदीक के अस्पताल में पहुंचना कठिन था. ऐसे में गर्भवती महिला के परिजनों ने स्थिति की सूचना स्थानीय बीडीओ को दी.
एनडीआरएफ की टीम ने किया रेस्क्यू
बीडीओ ने अविलंब प्रखंड क्षेत्र में डिप्लॉयड एनडीआरएफ की टीम को इस बाबत सूचना दी. सूचना पाकर 9-आर एनडीआरएफ की टीम ने तुरंत पीड़िता को उसके घर से रेस्क्यू किया, रबर मोटर बोट पर उसे और उसके परीजन को लेकर नजदीकी अस्पताल के लिए निकल पड़े. फिर एम्बुलेंस द्वारा स्थानीय पीएचसी कुर्सेला में पीड़िता को भर्ती कराया.
अस्पताल में स्वास्थ्यकर्मी द्वारा बुधनी का सुरक्षित प्रसव कराया गया. बेटी पैदा होने के बाद नवजात की दादी उषा देवी ने खुशी जाहिर करते हुए पोती का नाम गंगा रख दिया. इधर, 9-आर एनडीआरएफ की टीम के अधिकारी अनिल कुमार ने बताया कि बाढ़ की वजह से शेरमारी गांव का संपर्क प्रखंड मुख्यालय से कटा गया है. ऐसे में एनडीआरएफ की टीम को लगाया गया है. टीम किसी भी तरह की स्थिति से निपटने में सक्षम है.
Source : ABP News