एईएस प्रभावित रजवारा भगवान पंचायत के जिस रोशनपुर चक्की में एईएस से चार वर्षीय दो जुड़वां बहनाें की मौत हुई, उस गांव में 5 वर्ष से कम उम्र के 170 बच्चे हैं, जबकि यहां के लिए अांगनबाड़ी केंद्र -130 में पूर्व से 40 बच्चे ही नामांकित हैं। लाॅकडाउन के बाद राज्य सरकार के निर्देश पर 25 दिन पहले सभी एईएस प्रभावित गांवाें में अनामांकित 06 वर्ष से कम उम्र के बच्चों को आंगनबाड़ी केंद्र से जोड़ने का निर्देश दिया गया था, लेकिन रोशनपुर चक्की गांव के आंगनबाड़ी केंद्र में मात्र 10 अतिरिक्त बच्चों का नामांकन किया गया। सीडीपीओ मंजू कुमारी ने बताया कि इस पंचायत के 6 वर्ष से कम उम्र के बच्चाें का सर्वेक्षण कार्य जारी है। सभी अनामांकित 6 वर्ष से कम उम्र के बच्चों का नामांकन किया जा रहा है। रजवारा पंचायत की सभी सेविकाओं को चार दिन में रिपोर्ट देने का निर्देश दिया गया है।
कन्हौली के रंजन राम की 3 वर्षीय पुत्री नीतू उर्फ निशा को तेज बुखार होने पर गुरुवार की सुबह सीएचसी में भर्ती कराया गया। वहीं देर शाम डायरिया की शिकायत होने पर मणिका गाजी की सोनू ठाकुर की पत्नी सरिता देवी (35) को सीएचसी में भर्ती कराया गया।
डिस्चार्ज की गई पीड़ित बच्ची मुजफ्फरपुर | एसकेएमसीएच पीआईसीयू में भर्ती पूर्वी चंपारण के अकौना गांव निवासी रूपन सहनी की 3 वर्षीय एईएस पीड़ित बच्ची काे गुरुवार काे डिस्चार्ज कर दिया गया। वह 27 मार्च से शिशु भर्ती थी।
Input : Dainik Bhaskar