कोरोना वायरस जांच की व्यवस्था फिलहाल पटना के आरएमआरआइ में ही है। स्वास्थ्य विभाग के प्रधान सचिव संजय कुमार ने बताया पटना में पीएमसीएच, आइजीआइएमएस और एम्स में भी इसकी जांच की व्यवस्था शुरू की जा रही है। इलाज की व्यवस्था और दुरुस्त करने को ले सौ अतिरिक्त वेंटिलेटर की भी व्यवस्था की जा रही है।
मुख्य सचिव दीपक कुमार ने बताया कि बिहार ने अभी कोरोना वायरस को ले एपिडेमिक एक्ट नहीं लागू किया है। बिहार में अभी यह महामारी नहीं है। मुख्य सचिव ने कहा कि सरकार इसके विशेषज्ञों के संपर्क में भी है।
जांच के लिए इंफ्रारेड थर्मामीटर की उपलब्धता के संबंध में पूछे जाने पर स्वास्थ्य विभाग के प्रधान सचिव ने बताया कि इसकी कोई कमी नहीं है। वैसे भी इसकी कीमत पंद्रह सौ से सोलह सौ रुपये की बीच है। बिहार-नेपाल सीमा पर चल रहे 49 मेडिकल कैंप में इस थर्मामीटर का इस्तेमाल किया जा रहा है।