कोराेना के कहर के बीच एसकेएमसीएच में ब्लैक फंगस के मरीज आने लगे हैं। बुधवार को चार मरीज आए। इनमें तीन को भर्ती किया गया, जबकि एक को गंभीर हालत में पटना रेफर किया गया। पहली बार डाॅक्टराें की टीम ने ब्लैक फंगस के मरीज का ऑपरेशन किया। अस्पताल प्रबंधक संजय शाह ने बताया, मधुबनी इलाके की एक महिला को परिजन इमरजेंसी में अस्पताल लेकर आए थे।
उजांच के बाद डाॅक्टराें ने ऑपरेशन किया। इसमें दायी आंख व जबड़ा निकाल दिया गया। उसकी स्थिति गंभीर है। आईसीयू में इलाज चल रहा है। वहीं, कथैया थाने के हरपुर गांव के विरम राय के 48 वर्षीय पुत्र राजेश राय काे भी ब्लैक फंगस की शिकायत पर भर्ती किया गया। आपरेशन में न्यूरो सर्जरी विभागाध्यक्ष डाॅ. दीपक कर्ण, डाॅ. मृणाली रमण, डाॅ. सुजीत कुमार व डाॅ. प्रणव कुमार सिंह, डाॅ. बुरहानुद्दीन, डाॅ. भारतेंदु, डाॅ. विजय
भारद्वाज, डाॅ. कृष्ण कुमार की टीम व पारा मेडिकल कर्मियाें ने सहयोग किया। महिला मरीज पटना एम्स से रेफर हाेकर यहां आई थी। आईएमए के पूर्व जिलाध्यक्ष डाॅ. संंजय कुमार ने बताया, अभी तक पटना में ही ब्लैक फंगस के मरीज के ऑपरेशन की सुविधा थी, लेकिन एसकेएमसीएच के विशेषज्ञ डाॅक्टर इलाज के साथ पहला आपरेशन किया है। यह गर्व की बात है।
दो दिनों में आ चुके हैं चार मरीज, 1 की हो गई थी मौत
एसकेएमसी के प्राचार्य डाॅ. विकास कुमार ने कहा कि ब्लैक फंगस के दो दिनाें में चार मरीज आ चुके हैं। एक को पटना रेफर किया गया, जबकि दो का इलाज चल रहा है। वहीं, एक बोचहां इलाके के मरीज की मंगलवार को मौत हो गई। इलाज को लेकर अस्पताल प्रशासन अलर्ट है। वहीं, एसकेएमसीएच के अधीक्षक डाॅ. बीएस झा ने बताया कि एसकेएमसीएच में ब्लैक फंगस के मरीज के लिए डाॅक्टर व अलग से वार्ड की व्यवस्था की गई है। इसमें 35 मरीजाें को भर्ती किया जा सकता है। वार्ड में रोस्टर के मुताबिक, डाॅक्टर व पारा मेडिकल स्टाफ तैनात है। मरीजों को हर तरह की दवा अस्पताल की ओर से ही मिल रही है।
Input: dainik bhaskar