स्मार्ट सिटी कंपनी लिमिटेड ने एलएस कॉलेज के जीर्णोद्धार के लिए बनी डिजायन को स्वीकृति दे दी है। साथ ही राशि भी स्वीकृति कर दी है। स्मार्ट सिटी बोर्ड ने इस डिजायन के लिए 2.70 करोड़ रुपये खर्च करने की अनुमति दी है। इस राशि में से 1.20 करोड़ रुपये कॉलेज भवन की वॉटर प्रूफिंग पर खर्च होगा, जबकि एक करोड़ रुपये इसकी मुख्य सड़क व पार्क के अलावा वाहन स्टैंड पर खर्च किये जायेंगे। बाकी के 50 लाख रुपये से बास्केट बॉल कोर्ट व टेनिस कोर्ट का जीर्णोद्धार किया जाएगा।
आपके अपने अखबार हिन्दुस्तान ने ‘संकट में विरासत’ श्रृंखला के तहत एलएस कॉलेज की छतों के टपकने व जर्जर होने का मुद्दा उठाया था। इसके बाद शुरू हुई कार्रवाई के तहत स्मार्ट सिटी ने कॉलेज के जीर्णोद्धार का जिम्मा उठाया। कॉलेज के पुस्तकालय व प्रशासनिक भवन की छत टपकने से कई ऐतिहासिक चीजें मिटने की कगार पर थीं, जिन्हें अब बचाया जा सकेगा। स्मार्ट सिटी की एबीडी में इस कॉलेज के शमिल होने के बाद इसके जीर्णोद्धार की स्वीकृति बोर्ड ऑफ डायरेक्टर ने दी। कॉलेज को बचाने के लिए इसकी पूरे छत पर चार इंच की वॉटर प्रूफिंग की जाएगी। ताकि छतों को टपकने से बचाया जा सके। मुख्य सड़क से प्रशासनिक भवन तक सड़क का पुनर्निमाण किया जाएगा। सड़क के दोनों तरफ पार्क विकसित किये जाएंगे। इस काम के लिए स्मार्ट सिटी ने एक करोड़ रुपये की स्वीकृति दी है। बाकी के 50 लाख रुपये खेल मैदान के विकास पर खर्च किया जाएगा। एलएस कॉलेज प्राचार्य डॉ. ओपी राय ने बताया कि छत की वॉटर प्रूफिंग हो जाने से कॉलेज भवन की आयु लंबी हो जाएगी।
एलएस कॉलेज ऐतिहासिक महत्व की शैक्षणिक संस्था है जिससे शहर की पहचान जुड़ी है। इसके जीर्णोद्धार पर स्मार्ट सिटी से 2.70 करोड़ रुपये खर्च किये जायेंगे। उम्मीद है इस राशि से वॉटर प्रूफिंग होने के बाद ऐतिहासिक भवन दशकों के लिए सुरक्षित हो जाएगा। इसके लिए और भी कई योजनाओं को स्वीकृति दी गई है।-विवेक रंजन मैत्रेय , एमडी, स्मार्ट सिटी
Source : Hindustan
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