सांसद असदुद्दीन ओवैसी की पार्टी एआईएमआईएम के नेता वारिस पठान ने बेहद वि’वा’दित बयान दिया है। कर्नाटक के गुलबर्गा में सीएए वि’रोधी एक जनसभा को संबोधित करते हुए वारिस पठान ने बिना नाम लिए कहा कि ‘100 करोड़ (हिंदुओं) पर 15 करोड़ (मुस्लिम) भा’री पड़ेंगे।’ उन्होंने कहा कि अगर आ’जादी दी नहीं जाती तो छी’नना पड़ेगा। वारिस पठान के इस बयान के बाद राजनीति ग’रम हो गई है। वारिस पठान ने जब यह बयान दिया तो वहां हैदराबाद से सांसद असदुद्दीन ओवैसी भी मौजूद थे।
मुंबई के भायखला से चुनाव लड़ने वाले वारिस पठान ने कहा कि ईंट का जवाब पत्थर से देना हमने सीख लिया है। मगर इकट्ठा होकर चलना होगा। अगर आजादी दी नहीं जाती तो हमें छीनना पड़ेगा। वे कहते हैं कि हमने औरतों को आगे रखा है… अभी तो केवल शेरनियां बाहर निकली हैं तो तुम्हारे पसीने छूट गए। तुम समझ सकते हो कि अगर हम सब एक साथ आ गए तो क्या होगा। 15 करोड़ (मुस्लिम) हैं लेकिन 100 (करोड़ हिंदू) के ऊपर भारी हैं। ये याद रख लेना।
#WATCH AIMIM leader Waris Pathan: …They tell us that we've kept our women in the front – only the lionesses have come out&you're already sweating. You can understand what would happen if all of us come together. 15 cr hain magar 100 ke upar bhaari hain, ye yaad rakh lena.(15.2) pic.twitter.com/KO8kqHm6Kg
— ANI (@ANI) February 20, 2020
जनसभा को संबोधित करते हुए वारिस पठान ने कहा कि जामिया और शाहीन बाग में जो पिस्तौल लेकर चला गया वो किसी बात सुनकर चला गया और किस शाखा से आया था जवाब तो दे दो मुझे।
वारिस पठान के बयान के बाद राजनीति गरम
इससे पहले 5 फरवरी को पठान ने स्वीकार किया था कि उन्होंने मुंबई के नागपाड़ा इलाके में शाहीन बाग की तरह से विरोध प्रदर्शन आयोजित किया था। वारिस पठान के इस बयान के बाद राजनीति गरम हो गई है। विश्व हिंदू परिषद ने वारिस पठान के इस बयान की आलोचना की है। उधर, मुस्लिम मौलवियों ने वारिस पठान के इस बयान की आलोचना की है। उन्होंने कहा कि इस तरह के बयान घृणा को जन्म देते हैं।