कांटी बिजली उत्पादन निगम लिमिटेड (केबीयूएनएल) के प्लांट में वार्षिक मेंटेनेंस के काम में 66.67 लाख रुपए की जालसाजी सामने आई है। इसको लेकर सीबीआई ने एफआईआर दर्ज की है। इसमें केबीयूएनएल (कांटी, मुजफ्फरपुर) में पोस्टेड तत्कालीन सीनियर मैनेजर संतोष तिवारी के अलावा दो डिप्टी मैनेजर प्रवीण कुमार, अभिषेक भूषण आैर ठेकेदार ब्रजमोहन सिंह (मेसर्स लाल इंटरप्राइजेज कहलगांव, भागलपुर) नामजद व अन्य अज्ञात आरोपी बनाए गए हैं। चाराें पर आपराधिक साजिश, जालसाजी के साथ ही भ्रष्टाचार व अन्य आरोप लगे हैं।
वित्तीय हेराफेरी-जालसाजी से जुड़ा यह मामला करीब चार वर्ष पुराना है। इस संबंध में एनटीपीसी के चीफ विजिलेंस अफसर (दिल्ली) वीके सक्सेना द्वारा की गई लिखित शिकायत के आधार पर सीबीआई ने ताजा कार्रवाई की है। सीबीआई (एसीबी, पटना) के एसपी अभिषेक शांडिल्य ने जांच की जिम्मेदारी इंस्पेक्टर विभा कुमारी को दी है।
बिल पर सीआईएसएफ की मुहर पर रजिस्टर में नहीं थी एंट्री : दरअसल, विभिन्न स्रोतों से मिली सूचना पर एनटीपीसी कहलगांव की विजिलेंस टीम ने केबीयूएनएल के कांटी प्लांट में चल रहे सिविल मेंटेनेंस वर्क की अचानक जांच की थी। गेट पास, एंट्री शीट, चालान, खरीदारी के बिल, मेजरमेंट शीट, रनिंग अकाउंट बिल व सीआईएसएफ के गेट रिकाॅर्ड की जांच में व्यापक गड़बड़ी मिली थी। पाया गया कि गेट पास व चालान में सामान की मात्रा से छेड़छाड़ की गई। सप्लाई किए जा रहे सामान के बिल आदि पर सीआईएसएफ की मुहर लगी थी, पर बिल के रजिस्टर में उसकी एंट्री नहीं थी।
Input : Dainik Bhaskar