कोरोना संक्रमण के बीच सोमवार से एक से पांचवीं तक की कक्षाएं खुल जाएंगी। सभी सरकारी स्कूल में सोमवार से पढ़ाई शुरू हो जाएगी। वहीं, निजी स्कूल और केंद्रीय विद्यालय में एक से पांचवीं तक स्कूल तो खुलेंगे लेकिन वार्षिक परीक्षाएं अलग-अलग ली जाएगी। हालांकि, कई स्कूलों का कहना है कि सोमवार को निर्णय लिया जाएगा कि कक्षाएं और परीक्षाएं ऑनलाइन ली जाए ऑफलाइन। कुछ निजी स्कूल में ऑनलाइन तो कुछ में ऑफलाइन परीक्षाएं आयोजित की जाएंगी।
सेंट माइकल हाईस्कूल आठ मार्च से खुलेगा। स्कूल दो शिफ्ट में चलेगा। पहला सुबह आठ बजे से 10.15 तक। वहीं, दूसरा शिफ्ट 11 बजे से 1.15 तक चलेगा। स्कूल की वार्षिक परीक्षा आठ मार्च से ही शुरू होगी। नॉट्रडेम एकेडमी में कक्षा एक से पांचवी तक के बच्चे सोमवार से स्कूल जाएंगे। इन कक्षाओं की वार्षिक परीक्षा ऑफलाइन तीन मार्च से ली जायेगी।
माउंट कार्मेल हाईस्कूल में ऑनलाइन एक से पांचवीं तक की परीक्षाएं ली जाएगी। स्कूल की प्राचार्य सिस्टर सेरेना ने बताया कि ऑनलाइन परीक्षाएं होंगी। प्राइमरी की छात्राएं अब छह अप्रैल से शुरू हो रहे नये सत्र में स्कूल आएंगी। वहीं, केंद्रीय विद्यालय की बात करें तो एक से पांचवी तक की कक्षाएं नहीं चलेंगी। चूंकि स्कूल में भी छठी से 11वीं तक की वार्षिक परीक्षाएं चल रही है। ऐसे में तीसरी से पांचवीं तक की वार्षिक परीक्षा ऑनलाइन ही ली जायेगी। केंद्रीय विद्यालय बेली रोड के प्राचार्य पीके सिंह ने बताया कि एक और दूसरी कक्षा में वार्षिक परीक्षा नहीं ली जाती है। तीसरी से पांचवीं कक्षा का ऑनलाइन परीक्षा ली जायेगी। डॉन बास्को एकेडमी में बच्चे स्कूल नहीं आएंगे, परीक्षाएं ऑनलाइन होंगी।
कई अभिभावक ऑफलाइन के पक्ष में
दरअसल, अभी भी कई अभिभावक अपने छोटे बच्चों को स्कूल भेजने के पक्ष में नहीं हैं। महाराष्ट्र, केरल सहित पांच-छह राज्यों में कोरोना संक्रमण की दर बढ़ने के बाद कई अभिभावक ऑनलाइन पढ़ाई ही चाह रहे हैं। इनका तर्क भी है कि जब ऑनलाइन पैटर्न पर पढ़ाई हुई तो आगे सिर्फ परीक्षा के लिए स्कूल बुलाना उचित नहीं है।
सुबह दस बजे से खुलेंगे सरकारी स्कूल
प्राथमिक विद्यालय सोमवार से खुल जाएंगे। स्कूल प्राचार्य द्वारा सभी बच्चों को स्कूल खुलने की जानकारी दे दी गयी है। सरकारी स्कूल सुबह दस बजे से चार बजे तक चलेंगे। पटना डीपीओ मनोज कुमार ने बताया कि कोरोना संक्रमण से बचाव करते हुए स्कूल खोले जाएंगे। स्कूल में 50 फीसदी ही छात्रों को बुलाया जाना है।
50 फीसदी गाइडलाइन का करना है पालन
भले ही एक से पांचवीं तक के सभी स्कूल खुल रहे हों, लेकिन एक साथ सभी बच्चे स्कूल नहीं जाएंगे। एक साथ पचास फीसदी बच्चों को ही स्कूल बुलाया जाएगा। इसके अलावा शरीर का तापमान मापने की व्यवस्था रहेगी। सैनेटाइजर और मास्क गाइडलाइन का पालन सभी को करना होगा।
Input: Live Hindustan