रांची. आरजेडी सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव (Lalu Yadav) को रिम्स में दूसरे वार्ड में शिफ्ट किया जाएगा. जेल आईजी शशिरंजन ने इस बाबत होटवार जेल के अधीक्षक पत्र लिखा है. पत्र में दो दिनों के अंदर रिम्स (RIMS) प्रबंधन से अनुमति लेकर लालू प्रसाद को दूसरे वार्ड में शिफ्ट करने का आदेश दिया गया है. फिलहाल वे रिम्स के पेइंग वार्ड में भर्ती है. इस वार्ड में कोरोना संदिग्धों के लिए आइसोलेशन वार्ड बनाया गया है. ऐसा माना जा रहा है कोरोना संक्रमण के खतरे को देखते हुए उन्हें दूसरे वार्ड में शिफ्ट किया जाएगा.
सरकार कर रही है पैरोल देने पर विचार
वैसे कोरोना संकट को देखते झारखंड सरकार पूर्व मुख्यमंत्री को पैरोल देने के पक्ष में है. हालांकि बीते सोमवार को हुई कैबिनेट की बैठक में लालू प्रसाद को पैरोल देने पर निर्णय नहीं हो पाया. हालांकि बैठक में सीएम हेमंत सोरेन ने महाधिवक्ता राजीव रंजन से इस पर कानूनी राय जरूर ली. इससे पहले सुप्रीम कोर्ट के आदेश के मद्देनजर कैदियों को छोड़ने के लिए हुई हाई लेबल कमिटी की बैठक में लालू प्रसाद के नाम पर चर्चा नहीं हुई थी. दरअसल कोरोना संक्रमण के खतरे को देखते हुए सुप्रीम कोर्ट ने सात साल तक के सजायाफ्ता और विचाराधीन कैदियों को पैरोल पर छोड़ने का आदेश राज्य सरकारों को दिया है.
सरकार के पास होता है कैदियों को पैरोल देने का अधिकार
झारखंड उच्च न्यायालय के अधिवक्ता राजीव कुमार के मुताबिक लालू प्रसाद के स्वास्थ्य और कोरोना महामारी के चलते राज्य सरकार को उन्हें पैरोल देने का अधिकार है. सरकार चाहे तो लालू प्रसाद को दो महीने की पैरोल दे सकती है.
चारा घोटाले में काट रहे हैं सजा
बता दें कि चारा घोटाले के चार मामलों में सजा काट रहे लालू प्रसाद किडनी, हृदय, प्रोस्टेट, मधुमेह सहित कई बीमारियों के चलते लंबे समय से रिम्स में भर्ती हैं. रिम्स के पेइंग वार्ड में उनका इलाज चल रहा है. इसी वार्ड में कोरोना संदिग्धों के लिए आइसोलेशन वार्ड भी बनाया गया है. रिम्स के ट्रॉमा सेंटर को कोविड-19 अस्पताल में तब्दील किया गया है. ऐसे में कोरोना संक्रमण के खतरे को देखते हुए सरकार लालू प्रसाद के स्वास्थ्य को लेकर चिंतित है. कोरोना के डर से आरजेडी सुप्रीमो ने वार्ड के बाहर टहलना भी छोड़ दिया है. बता दें कि रात को कुत्ता भौंकने के चलते ठीक से नहीं सो पाने के कारण उन्हें कार्डियोलॉजी विभाग के वार्ड से पेइंग वार्ड में शिफ्ट किया गया था.
रिपोर्ट- भुवन किशोर झा