गयाः कोरोना की वजह से इस बार भी गया में विश्व प्रसिद्ध पितृपक्ष मेले का आयोजन नहीं किया जाएगा. हालांकि जो पिंडदानी आ रहे हैं उन्हें कोरोना की जांच करानी होगी. जांच को सुनिश्चित कराने के लिए स्वास्थ्य डीपीएम नीलेश कुमार और सिविल सर्जन डॉ. केके राय को निर्देश दिया गया है. इसके लिए विष्णुपद मंदिर परिसर में कोरोना की जांच कैंप व मोबाइल वैन के माध्यम से की जाएगी. इसको लेकर जिला प्रशासन की ओर से मंगलवार को निर्देश जारी किया गया है.
दरअसल, गया में अश्विन महीने की शुक्ल पक्ष की पूर्णिमा से विश्व प्रसिद्ध पितृपक्ष शुरू होता है. इस वर्ष यह 20 सितंबर से शुरू होगा और 15 दिनों तक चलेगा. कोरोना से बचाव व सुरक्षा को लेकर इस बार मेले का आयोजन नहीं किया जा रहा है, लेकिन यहां आने वाले लोग पिंडदान, तर्पण, श्राद्धकर्म व कर्मकांड कर सकेंगे. बता दें कि कोविड के कारण ही पिछली बार भी पितृपक्ष मेले का आयोजन नहीं हो सका था. सरकार के आदेश के बाद अब धार्मिक स्थलों को खोला गया है, लेकिन गया में पितृपक्ष पर गया में मेले को लेकर पूरी तरह से रोक लग गई है.
बताया जाता है कि जिन्होंने कोरोना का टीका नहीं लिया है, उन्हें कोरोना का टीका भी दिया जाएगा. किसी होटल, धर्मशाला व गेस्ट हाउस में ठहरे किसी व्यक्ति की कोरोना जांच में बाधा उतपन्न करने की स्थिति में उनके खिलाफ आपदा एक्ट के तहत प्राथमिकी दर्ज की जा सकती है. कोरोना पॉजिटिव पाए जाने पर 10 दिनों तक आइसोलेशन में रहना होगा. वहीं दूसरे अन्य राज्यों से आने वाले श्रद्धालुओं से भी अपील की गई है कि वे ज्यादा संख्या में न आएं.
एक नजर में देखें मेले से जुड़ी गाइडलाइन
पिंडदान के लिए आने वाले लोगों की होगी कोरोना जांच.
जिन्होंने टीका नहीं लिया है उन्हें दी जाएगी वैक्सीन.
आपदा एक्ट के उल्लंघन पर दर्जी होगी प्राथमिकी.
कोरोना पॉजिटिव पाए जाने पर 10 दिनों तक आइसोलेशन.
कम से कम संख्या में लोगों से आने की अपील.
श्रद्धालुओं को नहीं होगी कोई भी दिक्कत
उद्योग मंत्री सह गया जिला प्रभारी मंत्री शाहनवाज हुसैन ने कहा है कि कोविड को ध्यान में रखते हुए पितृपक्ष मेले का आयोजन नहीं होगा. हालांकि यहां आने वाले श्रद्धालुओं की सेवा अतिथि देवो भवः के तर्ज पर की जाएगी. श्रद्धालुओं को किसी प्रकार की कोई समस्या न हो इसका पूरा ख्याल रखा जाएगा.
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