भारत में उड़ने वाली कार का सपना जल्द ही साकार होने वाला है. नीदरलैंड (डच) की कंपनी PAL-V (पर्सनल एयर लैंड व्हीकल) अगले साल तक भारत में उड़ने वाली कार बनाने लगेगी. इसके लिए कंपनी गुजरात में मैन्युफैक्चरिंग प्लांट लगाने की तैयारी कर रही है. न्यूज़ एजेंसी PTI की खबर के मुताबिक, PAL-V के वाइस प्रेसिडेंट कार्लो मासबोमिले और राज्य के प्रधान सचिव एमके दास के बीच एक एमओयू भी साइन हो चुके हैं. कंपनी के आधिकारिक बयान के मुताबिक राज्य सरकार PAL-V को प्लांट सेटअप करने के लिए हर तरह की मंजूरी मिलने में मदद कर रही है.’
PAL-V के इंटरनेशनल बिजनेस वाइस प्रेसिडेंट कार्लो मासबोमिले ने बताया कि चलती कार 3 मिनट में दौडते हुएउड़ती कार में तब्दील हो जाएगी, जब ये लैंड करेगी तब उसका एक इंजन काम करेगा. जिससे गति सीमा 160 किमी प्रति घंटे की रहेगी.
PAL-V के बयान के मुताबिक, उडते वक्त दो इंजन कार्यरत होने से इस कार की स्पीड 180 किमी प्रति घंटे की होगी. एक बार टैंक फुल करने के बाद यह कार 500 किलोमीटर का सफर तय कर सकेगी. छोटे एयरक्राफ्ट के इस्तेमाल में आने वाले रोटेक्स इंजन इस कार में लगे होंगे. कंपनी को अभी से 110 फ्लाइंग कार के ऑर्डर भी मिल चुके हैं, जिन्हें भारत में एक्सपोर्ट किया जाएगा.
फ्लोरिडा में लॉन्च हो चुकी है उड़ती कार
बता दें कि विश्व की पहली चलने और उड़ने वाली कार फ्लोरिडा में लॉन्च हो चुकी है. इसका नाम PAL-V ही रखा गया है. इस कार के ऊपर रियर प्रोपेलर लगे हैं जिन्हें जरूरत न होने पर हटाया भी जा सकता है. इनकी मदद से यह कार 12,500 फीट की ऊंचाई पर उड़ सकती है.
कितने लोग बैठ सकेंगे?इस उड़ने वाली गाड़ी में दो लोगों के बैठने की जगह होगी और इसमें 230 हॉर्सपावर के चार सिलेंडर इंजन लगाए गए हैं. यह कार तीन सीट वाली कार से दो सीट वाले गायरोकॉप्टर में सिर्फ 10 मिनट में बदल जाती है. यह आठ सेकेंड के अंदर शून्य से 60 मील प्रति घंटे की रफ्तार पकड़ सकती है.