अखाड़ाघाट पुल का ट्रैफिक लोड कम करने के लिए फरवरी 2014 में जगन्नाथ मिश्र कॉलेज के पास लकड़ीढ़ाई पुल का काम शुरू हुआ। चंदवारा में बूढ़ी गंडक नदी पर इस पुल का निर्माण दाे साल में ही कर लेना था। लेकिन, सात साल बाद बीतने और पुल के तीन हिस्से बनने के बावजूद काम अधूरा है।

वजह पुल काे दाेनाें तरफ जोड़ने के लिए अप्रोच राेड का काम शुरू तक नहीं हुआ है। इसके लिए जरूरी 16 एकड़ जमीन का अधिग्रहण अटका हुआ है। इसलिए 15 कराेड़ रुपए से बना पुल लाेगाें का मुंह ताे चिढ़ा ही रहा है। शहर पर ट्रैफिक का बाेझ भी लगातार बढ़ता ही जा रहा है। राेज-राेज शहर में जाम लगता है।

अखाड़ाघाट पुल पर जाम की समस्या आम है। इसका असर एक तरफ शहर में सरैयागंज-कंपनीबाग तक पड़ता है, ताे दूसरी तरफ एनएच पर जीरोमाइल गोलंबर तक। दाेनाें तरफ ट्रैफिक जाम के कारण शहर में चौतरफा भीड़-भाड़ और जाम भी आम है। जमीन अधिग्रहण हाे भी जाए, ताे अप्रोच राेड बनाने में छह माह लगेंगे। कुल सवा साल के करीब से कम में लकड़ीढ़ाई पुल पर आवागमन शुरू नहीं हाे सकेगा।

मेन ब्रिज के साथ दो छोटे पुल भी तैयार

03 स्टेप में ब्रिज का काम हुआ पूरा

295.2 मीटर है मेन ब्रिज की लंबाई

20 मीटर लंबे राेड के बाद दाे छोटे पुल

37 मीटर है इन दाेनाें पुलों की लंबाई

13 पाए पर बना है मेन ब्रिज

16 एकड़ जमीन का होगा अधिग्रहण

Source : Dainik Bhaskar

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