बिहार के बहुचर्चित नवरूना कांड मामले में नवरूना के परिजन सीबीआई की फाइनल रिपोर्ट के खिलाफ स्थानीय अदालत के साथ-साथ सुप्रीम कोर्ट में भी विरोध पत्र (प्रोटेस्ट पेटिशन) दाखिल करेंगे। फाइनल रिपोर्ट पर पक्ष रखने के लिए स्थानीय सीबीआई कोर्ट से जारी नोटिस परिजन को मिल चुकी है। नोटिस मिलने के बाद परिजन विरोध पत्र के लिए तैयारी शुरू कर दिये हैं।
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नवरूना के पिता अतुल्य चक्रवर्ती ने सोमवार को ‘हिन्दुस्तान’ को बताया कि इंसाफ के लिए मेरी लड़ाई जारी रहेगी। बीते 27 अक्टूबर को सुप्रीम कोर्ट ने सीबीआई को दो माह के अंदर जांच पूरी कर मुजफ्फपुर की अदालत में चार्जशीट दाखिल करने का आदेश दिया। आदेश की प्रति मेरे पास है। उस समय सीबीआई ने सुप्रीम कोर्ट को मौखिक रूप से आश्वस्त किया कि हमलोग चार सप्ताह में जांच पूरी कर लेंगे। इस बीच दीवाली की छुट्टी से ठीक एक दिन पूर्व सीबीआई ने 46 पेज की फाइनल रिपोर्ट कोर्ट में दाखिल करते हुए जांच से हाथ खड़े कर लिए।
चक्रवर्ती ने बताया कि सात साल की जांच के बाद सीबीआई ने 46 पेज की फाइनल रिपोर्ट तैयार कर केस को बंद कर दिया है। जबकि छह संदिग्धों की गिरफ्तारी के समय मामले में ठोस साक्ष्य मिलने का दावा कर रही थी। इसके अलावा सीबीआई के कर्मी से लेकर शीर्ष अधिकारियों तक ने मामले में साक्ष्य मिल जाने का दावा किया। 22 जनवरी को हमलोग विस्तार पूर्वक विरोध पत्र में अपनी बातों से कोर्ट को अवगत करायेंगे।
समाज के लिए लड़ाई जारी रखूंगी: मैत्रेयी
भावुक होते हुए नवरूना की मां मैत्रेयी चक्रवर्ती ने बताया कि मैं अपनी बेटी को खो चुकी हूं। लेकिन, समाज के लिए लड़ाई जारी रखूंगी। पुलिस से भरोसा टूटने के बाद लोग सीबीआई के पास जाते हैं। मैं भी भरोसे के साथ सीबीआई जांच की मांग की। लेकिन, सीबीआई सही तरीके से जांच को अंजाम तक नहीं पहुंचा सकी।
Source : Hindustan