बिहार से उठकर देशभर में फैलने वाली 45 साल पहले हुई एक क्रांति आज भी दिलों में जिंदा है. लोकनायक जय प्रकाश नारायण के नेतृत्व में जो आंदोलन उठ खड़ा हुआ तो उसने सत्ता से निरंकुशता को उखाड़ फेंका. तब उस दौर में जय प्रकाश यानी जेपी के पीछे जो लोग चल पड़े थे उन्हें आज जेपी सेनानी कहा जाता है.

इन्हीं जेपी सेनानियों के सम्मान में जेपी सेनानी सम्मान योजना शुरू की गई थी. बिहार देश का पहला राज्य है जिसने जिसने 2009-10 में जेपी सेनानियों के लिए सम्मान पेंशन शुरू की थी.

जेपी आंदोलन का सेंटर था बिहार

जेपी सेनानी सम्मान योजना खासतौर पर उन लोगों के लिए शुरू की गई है, जिन्होंने जेपी आंदोलन को सफल बनाने में अपना योगदान दिया था. बिहार 1974 के ऐतिहासिक जेपी आंदोलन का एक तरह से सेंटर था. इस दौरान कई लोगों को जेल में ठूंसा गया था.

जेल भरने की ये प्रक्रिया तकरीबन डेढ़ साल तक चली थी, जिसमें किसी को 1 या 2 महीने और छह महीनों से लेकर साल भर तक का वक्त जेल में बिताना पड़ा था.

अभी तक मिलते थे इतने रुपये

2009-10 में योजना की शुरुआत करने के बाद इसकी राशि में पहले भी बदलाव हो चुका है. अभी तक इसमें 1 से 6 महीने तक का समय जेल में बिताने वाले सेनानियों को पांच हजार रुपये पेंशन और 6 महीने से अधिक या सालभर तक जेल में बिताने वालों को 10 हजार रुपये बतौर पेंशन मासिक दिए जाते थे. अभी हाल ही में बिहार की नीतीश कुमार सरकार ने जेपी सेनानियों की पेंशन बढ़ाने का ऐलान किया है. सीएम ने जेपी की जयंती के मौके पर ऐसा ऐलान किया है.

सीएम नीतीश ने की है घोषणा

जेपी सेनानी सम्मान पेंशन योजना की दोनों श्रेणियों के कुल 2681 सुपात्रों की पेंशन राशि में वृद्धि का ऐलान मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने किया है. नई घोषणा के मुताबिक अब पांच हजार रुपये मासिक पाने वालों को 7.5 हजार रुपये और 10 हजार पाने वालों को 15 हजार रुपये मासिक मिलेंगे.

जेपी आंदोलन में बिहा के युवाओं ने सबसे ज्यादा बड़ी भूमिका निभायी. इनके योगदान को राजकीय प्रतिष्ठा देने के लिए एनडीए सरकार ने पहले साल पेंशन मद में 1.31 करोड़ रुपये खर्च किये थे वहीं 2020-21 में 23.90 करोड़ खर्च किये गए. सम्मान पेंशन राशि में सरकार ने छह साल बाद दूसरी बार वृद्धि की है. अब तक इस योजना पर कुल 193.77 करोड़ रुपये खर्च हुए.

पति के निधन के बाद पत्नी को भी मिलेगी राशि

एक तरह से देखें तो मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने सोमवार को जेपी सेनानियों की सम्मान राशि में डेढ़ गुना बढ़ोतरी कर दी है. जेपी आंदोलन में छह महीने से अधिक जेल में रहने वालों को अब पंद्रह हजार तथा एक से छह महीने तक जेल में रहने वाले जेपी सेनानियों को साढ़े सात हजार रुपये मिलेंगे.

जेपी सेनानी सम्मान योजना की यह राशि पति के निधन के बाद उनकी पत्नी को भी मिलेगी. जयप्रकाश नारायण के जीवन पर आधारित पुस्तक द ड्रीम आफ रेवाल्यूशन पुस्तक के लोकार्पण के मौके पर उन्होंने यह घोषणा की.

Source : Zee Bihar

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