पटना। रुपये लेकर टिकट बेचने के आरोप तो आम है पर मंगलवार को रालोसपा के पूर्व नेता प्रदीप मिश्रा ने ऐसे आरोप को खास बना दिया है। प्रदीप मिश्रा का आरोप है उन्होंने मोतिहारी सीट के लिए उपेन्द्र कुशवाहा को 45-45 लाख के रूप में दो बार में 90 लाख रुपये दिए हैं। मंगलवार को पूर्व रालोसपा नेता व पूर्व केन्द्रीय मंत्री नागमणि के साथ एक संयुक्त प्रेस काफ्रेंस मे प्रदीप मिश्रा ने यह आरोप लगाया कि उपेन्द्र कुशवाहा ने उनसे पंद्रह करोड़ की मांग की थी पर वह इतने रुपये देने में सक्षम नहीं हुए तो उन्होंने 9 करोड़ लेकर यह सीट रालोसपा के राष्ट्रीय प्रवक्ता आनंद माधव को दे दी। गौरतलब है कि प्रदीप मिश्रा ने दिल्ली स्थित एसबीआई के एक ब्रांच का खाता नंबर (31286341829) दिया है जिस खाते में उन्होंने दो बार में 90 लाख रुपये डाले।
‘खबर मंथन’ ने जब अपने स्तर से इस खाते की तस्दीक की तो प्रदीप मिश्रा के आरोप को बल मिला। नयी दिल्ली के कंम्पलीमेंट्री हाऊस ब्रांच स्थित यह खाता पूर्व केन्द्रीय मंत्री और रालोसपा प्रमुख उपेन्द्र कुशवाहा के नाम से है। इस खतें में बीते 12 दिसम्बर को 45 लाख रुपये डाले गए। इसके बाद 19 जनवरी को इस खाते में 8 लाख रुपये डाले गए। बीते 6 मार्च को इस खाते से 50 लाख रुपये निकाल लिए गए हैं। मंगलवार को दोपहर बाद तक इस खाते में 9 लाख 95 हजार 625 रुपये बैलेंस बता रहे थे। इस गंभीर मामले पर ‘खबर मंथन’ ने उपेन्द्र कुशवाहा से उनका पक्ष जानना चाहा पर काफी प्रयास के बाद भी उनसे संपर्क स्थापित नहीं हो सका।
गौरतलब है कि जहानाबाद के सांसद अरुण कुमार ने उपेन्द्र कुशवाहा कै रैवेये से क्षुब्ध होकर अलग पार्टी बना ली। मंगलवार को पूर्व केन्द्रीय मंत्री नागमणि ने भी रालोसपा छोड़कर जदयू ज्वाइन करने का ऐसान कर दिया। बहरहाल अब जबकि लोकसभा चुनाव की अधिसूचना जारी हो चुकी है ऐसे में रालोसपा प्रमुख पर लगा यह बड़ा आरोप उपेन्द्र कुशवाहा को कटघरे में खड़ा कर रहा है।