बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी की पार्टी हिंदुस्तानी आवाम मोर्चा में अब तक की सबसे बड़ी खबर है कि पार्टी में फूट पड़ गई है। लोकसभा चुनाव 2019 में टिकट ना मिलने के कारण नाराज चल रहे पार्टी के संस्थापक सदस्य और पूर्व मंत्री अजीत कुमार, महाचंद्र प्रसाद सिंह समेत 22 जिलाध्यक्षों ने पार्टी से इस्तीफा दे दिया है। सभी बागी नेताओं ने एकजुट होकर “हम यूनाइटेड” का गठन कर लिया है। दूसरी ओर हम के राष्ट्रीय प्रवक्ता दानिश रिजवान ने पार्टी में किसी प्रकार की टूट से इनकार किया है।
मंगलवार को पटना में बागी नेताओं ने संयुक्त रूप से बैठक कर इस्तीफा देने और नया संगठन बनाने का फैसला किया। अजीत कुमार ने पत्रकारों से कहा कि जीतन राम मांझी दिल के अच्छे व्यक्ति हैं, लेकिन उन्होंने हम सेक्युलर को एक जिले की पार्टी बनाकर छोड़ दिया है। परिवार से आगे मांझी सोचते नहीं हैं। अजीत कुमार ने कहा कि उन्हें आश्वस्त किया गया था कि मुजफ्फरपुर से उन्हें संसदीय उम्मीदवार बनाया जाएगा, लेकिन टिकट बंटवारे में यह सीट आयातित नेता को दे दी गई।
महाचंद्र प्रसाद सिंह ने मांझी पर धोखे की राजनीति करने का आरोप लगाते हुए कहा कि मांझी चाहते हैं कि अपर कास्ट उनके लिए तलवार लेकर आगे-आगे चले, पर वे इन्हीं जातियों को टिकट देना नहीं चाहते हैं।
हम सेक्युलर के प्रवक्ता दानिश रिजवान ने बयान जारी कर कहा कि हम लोग अटूट है। कुछ नेता पार्टी से टिकट चाहते थे। उन्हें टिकट नहीं मिला तो वे पार्टी में टूट की अफवाह फैला रहे हैं।
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