बिहार विधान सभा चुनाव से पहले महागठबंधन में घमासान बढ़ता रहा है। काॅर्डिनेशन कमिटी को लेकर पूर्व सीएम जीतन राम मांझी महागठबंधन से अलग हो चुके हैं। कांग्रेस सीटों को लेकर लगातार आंख तरेर रही है। कांग्रेस के कई नेताओें ने कहा है कि इस बार ज्यादा सीटें चाहिए। यह कयास भी लगते रहे हैं कि रालोसपा अध्यक्ष उपेन्द्र कुशवाहा भी तेजस्वी यादव से नाराज हैं।
खासकर उनकी नाराजगी सीट बंटवारे में देरी को लेकर है। आज उपेन्द्र कुशवाहा का एक बड़ा बयान सामने आया है जिससे संकेत मिल रहे हैं उपेन्द्र कुशवाहा जीतन राम मांझी की राह पर नहीं चलेंगे यानि वे महागठबंधन नहीं छोड़ेगे। उपेन्द्र कुशवाहा ने कहा है कि वे जहर पीने को भी तैयार हैं। साफ है उन्होंने संकेत दे दिये हैं कि वे हर समझौते के लिए तैयार है। उपेन्द्र कुशवाहा के बयान के अपने मायने हैं। इस बयान से यह साफ हो गया है कि कम से कम रालोसपा और आरजेडी के बीच सीटों को लेकर कोई किचकिच नहीं होगी।
कुशवाहा ने अपने बयान तेजस्वी की टेंशन कम कर दी है इससे पहले सीट बंटवारे को लेकर वीआईपी पार्टी के अध्यक्ष मुकेश सहनी भी बड़ा दावा कर चुके हैं। मुकेश सहनी ने कहा है कि उनके और आरजेडी के बीच सीटों को लेकर सबकुछ फाइनल हो गया है यहां तक की यह भी तय है कि अगर महागठबंधन की सरकार बनी तो सरकार में वीआईपी पार्टी की हिस्सेदारी क्या होगी। आपको बता दें कि उपेन्द्र कुशवाहा ने 2019 के लोकसभा चुनाव के दौरान भी जहर पीने की बात कही थी।
Input : First Bihar Jh