अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (एम्स) ने बुधवार को कहा कि आउट पेशेंट डिपार्टमेंट (OPD) को अस्थायी रूप से बंद कर दिया जाएगा. अस्पताल ने गंभीर रूप से बीमार या सेमी इमरजेंसी रोगियों के लिए उपलब्ध इन-पेशेंट बेड का उपयोग करने का निर्णय लिया है. बुधवार से ओपीडी अगले दो सप्ताह तक बंद रहेगी. अस्पताल ने बयान में कहा “गंभीर रूप से बीमार / अर्ध-आपातकालीन रोगियों के अस्पताल में भर्ती के लिए उपलब्ध इन-पेशेंट बेड के उपयोग को अनुकूलित करने की आवश्यकता को देखते हुए नियमित रूप से ओपीडी प्रवेश को अस्थायी रूप से रोकने का निर्णय लिया गया है.”
यानी अब अगले दो सप्ताह तक ओपीडी के माध्यम से जनरल वार्ड में मरीजों की भर्ती पर रोक लगा दी है. अभी सिर्फ इमरजेंसी के माध्यम से आने वाले मरीजों को ही भर्ती होने की अनुमति होगी. पिछले कई महीने से ओपीडी बंद होने की वजह से एम्स में लगातार नए और पुराने मरीजों की संख्या बढ़ रही है. अधिकतर मरीज इमरजेंसी में आ रहे हैं. परिणामस्वरूप इमरजेंसी वार्ड में मरीजों की संख्या लगातार बढ़ रही है. कोरोना वायरस महामारी ने स्वास्थ्य सेवा क्षेत्र पर दबाव डाला है. उद्योग संगठन फिक्की ने अपनी रिपोर्ट में कहा कि इस अभूतपूर्व वैश्विक महामारी चुनौती के उपकेंद्र में स्वास्थ्य सेवा क्षेत्र है.
भारत में पिछले 24 घंटों में COVID19 के 78,357 नए मामले सामने आए और 1045 मौतें हुई हैं. देश में कुल पॉजिटिव मामलों की संख्या 37,69,524 हो गई है, जिसमें 8,01,282 सक्रिय मामले, 29,019,09 रिकवर और 66,333 मौतें शामिल हैं. आज यूपी अपर मुख्य सचिव गृह ने बताया कि मुख्यमंत्री ने प्रदेश में कोविड के लिए प्रतिदिन 1,50,000 टेस्ट सुनिश्चित करने के निर्देश दिए. प्रदेश में कुल सक्रिय मामलों की संख्या 56,459 है जिसमें से 28,609 लोग होम आइसोलेशन में हैं. अब तक 1,08,056 लोगों ने होम आइसोलेशन का विकल्प लिया है.