खुफिया एजेंसियां अब गांव-गांव जाकर प्रेम-प्रसंग के मामले ढूंढ़ रही हैं। आगामी पंचायत चुनाव में ये मामले किसी बड़े विवाद की वजह न बन जाएं, इसके लिए पहले से ही एहतियात बरती जा रही है।
उत्तर प्रदेश के एडीजी (इंटेलिजेंस) एसबी शिरोडकर की तरफ से पिछले दिनों एक पत्र जारी किया गया है। उन्होंने पंचायत चुनाव के मद्देनजर 11 बिंदुओं पर जानकारी जुटाने का निर्देश दिया है। इसमें एक बिंदु प्रेम-प्रसंग भी है। एलआईयू और इंटेलिजेंस को गांव-गांव में चल रहे अवैध प्रेम संबंध के मामले इकट्ठा करने होंगे। वर्तमान में गांव में क्या स्थिति है, पुलिस ने कोई कार्रवाई की है या नहीं, विवाद…आदि पर जानकारी जुटानी होगी। कई बार इस तरह के मामले बड़ा रूप धारण कर लेते हैं और बवाल की वजह बन जाते हैं। पंचायत चुनाव में ऐसा कुछ न हो, इसलिए पहले से इस तरह की जानकारियां जुटाई जा रही हैं।
इन बिंदुओं पर भी जांच
इसके अलावा गांवों में उन लोगों को भी सूचीबद्ध किया जा रहा है जो अचानक धनाढ्य हो गए। जातीय विवाद, जमीन से जुड़े विवाद, धर्मस्थल विवाद भी जुटाए जा रहे हैं। पंचायत चुनाव में क्या विवाद हो सकता है, इसका पूर्वानुमान लगाते हुए पहले से सूचना मांगी गई है। बता दें कि उत्तर प्रदेश में पंचायत चुनाव की तैयारियां शुरू हो गई हैं। ऐसे में पुलिस से लेकर खुफिया एजेंसियां भी सतर्क हो गई हैं। पंचायत चुनावों के ठीक एक साल बाद ही विधानसभा चुनाव होने हैं, इसलिए इनकी महत्ता और बढ़ जाती है। अजय साहनी, एसएसपी मेरठ का कहना है कि पंचायत चुनाव के मद्देनजर गांवों से सूचनाएं एकत्रित कराई जा रही हैं। एलआईयू और इंटेलिजेंस इकाइयां भी इस पर काम कर रही हैं।
Source : Hindustan