राज्य सरकार ने पटना मेट्रो का निर्माण कार्य 2024 तक पूरा करने का लक्ष्य रखा है। शहर के पूरब से पश्चिम तक 32.497 किमी लंबी मेट्रो के निर्माण पर 11165.96 करोड़ की राशि खर्च होगी। पहला कॉरिडोर पूरब से पश्चिम तक 17.933 किमी का होगा। यह दानापुर से बेली रोड, पटना जंक्शन होते मीठापुर तक जाएगा।
दूसरा कॉरिडोर उत्तर से दक्षिण तक 14.45 किमी का होगा। यह पटना जंक्शन से गांधी मैदान, पीएमसीएच, राजेंद्रनगर से होते न्यू आर्इएसबीटी तक जाएगा। न्यू आर्इएसबीटी के सामने मसौढ़ी-गया रोड के पूरब 71 एकड़ जमीन पर मैट्रो का डिपो बनेगा। इसके लिए पहाड़ी और रानीपुर मौजा की जमीन चिह्नित की गई है।
जिला प्रशासन ने जमीन के सामाजिक और आर्थिक मूल्यांकन का काम सरकार से मान्यता प्राप्त एजेंसी काे सौंपा है। एजेंसी से रिपोर्ट मिलने के बाद जमीन अधिग्रहण की अधिसूचना जारी हाेगी। अभी कोरिडोर वन और टू के एलाइनमेंट के लिए मिट्टी जांच चल रही है।
दो जगह बनेंगे ग्रिड सब स्टेशन
मेट्रो को बिजली सप्लाई देने के लिए 222 करोड़ की लागत से दो जगह पर ग्रिड सब स्टेशन बनेगा। इसकी क्षमता 132/33 होगी। इसमें मीठापुर और न्यू आईएसबीटी शामिल है। इन दोनों ग्रिड सब स्टेशन के लिए 42.5 करोड का बजट स्वीकृत है। लेकिन, वास्तविक खर्च 222 करोड़ होने के कारण 180 करोड़ की राशि राज्य सरकार को देनी है। पैसा स्वीकृत होने के बाद बिहार स्टेट पावर ट्रांसमिशन कंपनी कार्य शुरू करेगी। इसका निर्माण कार्य 2022 तक पूरा करने का लक्ष्य रखा गया है।
Input: Dainik Bhaskar