होमगार्ड की बहाली प्रक्रिया में बड़ा बदलाव होने वाला है। पुलिस की तरह होमगार्ड की बहाली (नामांकन) भी राज्य स्तर पर गठित बोर्ड के जरिये की जाएगी। अभी बहाली जिला स्तर पर होती है पर नई व्यवस्था में यह केंद्रीयकृत होगी।

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होमगार्ड के डीजी आरके मिश्रा ने बहाली प्रक्रिया में बदलाव को लेकर एक प्रस्ताव तैयार किया है, जिसे जल्द सरकार को भेजा जाएगा। मंजूरी मिली तो होमगार्ड की बहाली की पूरी प्रक्रिया ही बदल जाएगी।
राज्य सरकार को भेजे जाने वाले प्रस्ताव के तहत केंद्रीयकृत बहाली की जाएगी। होमगार्ड मुख्यालय के स्तर पर एक चयन बोर्ड का गठन किया जाएगा। यह बोर्ड जिलों में तय तारीख पर जाएगा और आवेदन करनेवाले अभ्यर्थियों की परीक्षा लेगा। इसके बाद बोर्ड द्वारा चयनित अभ्यर्थियों को होमगार्ड में बहाल करने के लिए संबंधित जिले के डीएम को अनुशंसा की जाएगी। अधिकारियों का मानना है कि इससे होमगार्ड की बहाली में तेजी आएगी और रिक्तियों को तेजी से भरा जा सकेगा। होमगार्ड की बहाली इंटर पास के आधार पर की जाती है।
लगभग 12 हजार हैं रिक्तियां : होमगार्ड में नामांकन की रफ्तार काफी सुस्त है। स्वीकृत बलों की संख्या 56 हजार है। करीब 12 हजार रिक्तियां हैं। नामांकित होमगार्ड की संख्या 44403 है। नामांकित होमगार्ड में उन्हीं को गिना जाता है जो ट्रेनिंग कर चुके हैं और हर चार साल पर बांड भरते हैं। नामांकित होमगार्ड में वर्तमान में 34005 को विधि-व्यवस्था समेत अन्य जगहों पर ड्यूटी दी जा रही है।
जिलों के भ्रमण के दौरान पाया गया कि होमगार्ड में नामांकित होने के लिए पूर्व में आवेदन कर चुके अभ्यर्थियों में काफी असंतोष और सरकार के प्रति नाराजगी है। इसे देखते हुए जिला स्तर के बजाए केंद्रीयकृत बोर्ड द्वारा बहाली का प्रस्ताव तैयार किया जा रहा है।
-आरके मिश्रा, डीजी, होमगार्ड
नहीं हो सकी पूरी बहाली 2006, 2009 और 2011 में होमगार्ड में बहाली के लिए विज्ञापन निकाला गया था। करीब 13 हजार बहाली होनी थी, जिनमें से 2863 ही बहाल हुए। बहाली की सुस्त प्रक्रिया को देखते हुए जिला स्तर पर चयन बोर्ड की जगह केंद्रीयकृत बोर्ड बनाने का प्रस्ताव तैयार किया जा रहा है।