भाजपा की भोपाल से सांसद प्रज्ञा ठाकुर ने बुधवार को लोकसभा में चर्चा के दौरान महात्मा गांधी के ह’त्यारे नाथूराम गोडसे को देशभक्त बताया। इस बयान पर विपक्षी पार्टियों के नेताओं ने आ’पत्ति दर्ज कराई। दरअसल, द्रमुक के ए.राजा ने सदन में गोडसे का एक बयान पढ़ा, जिसमें उन्होंने बताया था कि गोडसे ने महात्मा गांधी को क्यों मा’रा था।
इस पर प्रज्ञा ठाकुर ने उन्हें टोकटे हुए कहा कि आप एक ‘देशभक्त’ का उदाहरण नहीं दे सकते। इस पर राजा ने कहा- गोडसे ने खुद स्वीकार किया था कि वह 32 साल से गांधीजी से सहमत नहीं था। इसके बाद ही उनकी हत्या की साजिश रची थी। लोकसभा चुनाव प्रचार के दौरान सांसद प्रज्ञा ठाकुर ने नाथूराम गोडसे को देशभक्त बताया था। इसके बाद विवाद पैदा हो गया था। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने एक इंटरव्यू में कहा था कि वे कभी भी सांसद ठाकुर को महात्मा गांधी पर दिए गए उनके बयान को लेकर दिल से माफ नहीं कर पाएंगे।
कांग्रेस ने एंडरसन को भागने में मदद की थी
प्रज्ञा ठाकुर ने लोकसभा में कहा- एंडरसन (1984 में हुए भोपाल गैस कांड के दौरान यूनियन कार्बाइड कॉर्पोरेशन का चेयरमैन-सीईओ) एक आतंकवादी के तौर पर आया था। एक विदेशी आया। उसने हजारों लोगों को मार दिया। आज तक कई लोग उसके प्रभाव से जूझ रहे हैं। कांग्रेस ने उसे भागने में मदद की। यह आतंकवाद है। ठाकुर ने कहा- वे (कांग्रेस) लोग मुझे आतंकवादी कहते हैं मगर उन्होंने तो खुद एक आतंकवादी को सुरक्षा दी थी। 34 साल के बाद भी लोग आज उससे पीड़ित हैं। लोग आज भी काम करने की स्थिति में नहीं हैं। कई लोगों ने मेडिकल कारणों से रिटायरमेंट ले लिया।
मोदी जवाब देंगे या खामोश रहेंगे- कांग्रेस
कांग्रेस ने कहा- बार-बार नाथूराम गोडसे को देशभक्त कहना, भाजपा की घृणित राजनीति का सबूत है। प्रज्ञा ठाकुर के बयान के बाद क्या प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जवाब देंगे, या खामोश बने रहेंगे।
Input: Dainik Bhaskar