INDIA
युवा अभिनेता सुशांत सिंह राजपूत के निधन पर पीएम मोदी का छलका दुख, ट्विटर पर लिखा भावुक संदेश

देश में कोरोना काल के बीच फिल्म अभिनेता सुशांत सिंह राजपूत ने आत्महत्या कर ली। सुशांत सिंह की मौत से हर कोई गमगीन है। बॉलीवुड से लेकर राजनीतिक हस्तियां भी युवा फिल्म अभिनेता सुशांत सिंह के इस तरह से जीवन खत्म कर लेने से स्तब्ध हैं। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से लेकर देश के रक्षा मंत्री राजनथ सिंह, दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल और कांग्रेस नेता दीपेंद्र हुड्डा ने सुशांत सिंह के निधन पर गहरा शोक व्यक्त किया है।
युवा फिल्म अभिनेता के निधन पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने गहरा दुख व्यक्त करते हुए ट्विटर पर लिखा कि सुशांत सिंह राजपूत… एक उज्जवल युवा अभिनेता बहुद जल्दी ही चला गया। उन्होंने टीवी और फिल्मों में बहुत अच्छा काम किया। मनोरंजन की दुनिया में उनके उदय ने कई लोगों को प्रेरित किया और वह कई यादगार एक्टिंग के जरिए हमेशा याद किए जाएंगे। उनके निधन से मैं पूरी तरह स्तब्ध हूं। इसके साथ ही पीएम मोदी ने लिखा कि मेरे विचार उनके परिवार और प्रशंसकों के साथ हैं। ओम शांति।
सुशांत सिंह राजपूत … एक उज्ज्वल युवा अभिनेता बहुत जल्द चला गया. उन्होंने टीवी और फिल्मों में काम किया. मनोरंजन की दुनिया में उनके उदय ने कई लोगों को प्रेरित किया और वह कई यादगार प्रदर्शनों में पीछे रह गए. उनके निधन से स्तब्ध. मेरी संवेदना उनके परिवार और प्रशंसकों के साथ हैं.
Sushant Singh Rajput…a bright young actor gone too soon. He excelled on TV and in films. His rise in the world of entertainment inspired many and he leaves behind several memorable performances. Shocked by his passing away. My thoughts are with his family and fans. Om Shanti.
— Narendra Modi (@narendramodi) June 14, 2020
फिल्म अभिनेता सुशांत सिंह के निधन पर दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने ट्विटर पर लिखा कि भारत के उभरते सितारे सुशांत सिंह राजपूत की दुखद और चौंकाने वाली मौत ने उनके लाखों प्रशंसकों को गहरा दुख पहुंचाया है। सुशांत के फिल्म और टीवी के शानदार करियर को हमेशा याद किया जाएगा। इसके साथ ही केजरीवाल ने सुशांत सिंह राजपूत को श्रद्धांजलि देते हुए लिखा कि इस गहरे दुख में उनके दोस्तों और परिवार को ताकत मिले।
सुशांत सिंह के निधन पर रक्षा मंत्री ने ट्विटर पर लिखा कि हिंदी फिल्मों के युवा कलाकार सुशांत सिंह राजपूत की मृत्यु का समाचार स्तब्ध करने वाला है। उनकी अभिनय क्षमता, प्रतिभा और कौशल के लोग कायल था। उनका यूँ चले जाना पीड़ादायक है और यह फिल्मजगत के लिए एक बड़ा नुकसान है। ईश्वर उनके परिवार एवं प्रशंसकों को यह दुःख सहने की शक्ति दे।
सुशांत सिंह के निधन पर भाजपा प्रवक्ता संबित पात्रा ने ट्विटर पर लिखा युवा अभिनेता सुशांत सिंह के इस तरह जाने से दुखी हूं। वो इतना अच्छा कर रहे थे.. आखिर उन्हें क्यों हुआ।
युवा अभिनेता सुशांत सिंह की आत्महत्या पर कांग्रेस के पूर्व सांसद दीपेंद्र हुड्डा ने भी उन्हें याद किया है। दीपेंद्र हुड्डा ने सुशांत सिंह द्वारा अभिनीत महेंद्र सिंह धोनी फिल्म का एक फोटो ट्वीट करते हुए लिखा कि ये बेहद दुखी और जानकर चौकाने वाला है कि युवा अभिनेता सुशांत सिंह राजपूत ने आत्महत्या कर ली। भगवान इस कठिन वक्त में सुशांत सिंह के परिवार और आस-पास के लोगों को शक्ति दे। इसके साथ ही उन्होंने लिखा कि धोनी सहित कई फिल्मों में उनके अच्छे अभिनय के लिए उन्हें हमेशा याद किए जाएगा।
INDIA
कोरोना से बचाव की गारंटी नहीं है वैक्सीन, तीव्रता होगी कम: एक्सपर्ट्स

देश के कुछ हिस्सों से कोरोना वायरस का टीका लगाए जाने के बावजूद संक्रमण के मामले सामने आने के बाद विशेषज्ञों ने कहा है कि कोविड-19 के खिलाफ टीकाकरण ”कोई सुरक्षा प्रदान नहीं करता बल्कि इससे संक्रमण की तीव्रता कम होती है और मृत्यु दर में कमी आती है। उन्होंने यह भी कहा है कि किसी भी क्लीनिकल स्टडी से टीकाकरण और इसके बाद बीमारी से ग्रसित होने के बीच अनौपचारिक संबंध का पता नहीं चला है। दिल्ली से चेन्नई तक और पटना जैसे टियर-2 शहरों में भी टीकाकारण के लाभार्थी कोरोना वायरस से संक्रमित हुए हैं।
दिल्ली के सर गंगाराम अस्पताल में मामलों में नवीनतम बढ़ोतरी के बाद 37 चिकित्सक संक्रमित हो गए, जिनमें से पांच को उपचार के लिए भर्ती किया गया। यह जानकारी पिछले हफ्ते अस्पताल के सूत्रों ने दी।सूत्रों ने बताया कि उनमें से कई ने कोविशील्ड टीके की दोनों खुराकें ली थीं। दिल्ली में 54 वर्षीय एक सफाई कर्मचारी की तबियत खराब होने से 22 फरवरी को मौत हो गई। उनके बेटे धीरज ने बताया था, ”मेरे पिता ने कोविशील्ड की पहली खुराक 17 फरवरी को ली थी। उस दिन जब वह घर लौटे तो असहज महसूस कर रहे थे और अगले दिन उनके शरीर का तापमान काफी बढ़ गया, जो दो-तीन दिन तक रहा।” उन्होंने कहा कि टीकाकरण के बाद कमजोरी होने के बावजूद उनके पिता काम पर जाते रहे और ड्यूटी के दौरान ही बेहोश हो गए। बाद में अस्पताल में उनका निधन हो गया।
इसी तरह से चेन्नई में भी एक व्यक्ति ने 15 मार्च को टीका लगवाया और 29 मार्च को फिर से कोरोना वायरस से संक्रमित हो गए। उन्हें 30 मार्च को अस्पताल में भर्ती कराया गया और चार मार्च को उनकी मौत हो गई, जिससे परिजन टीके के असर को लेकर सशंकित हो गए। देश के कई हिस्से में टीकाकरण के बाद प्रतिकूल प्रभाव (एईएफआईएस) की मामूली घटनाएं सामने आई हैं, लेकिन कुछ मामलों में गंभीर प्रतिकूल प्रभाव भी हुए जिस कारण मरीजों को अस्पताल में भर्ती कराना पड़ा। बहरहाल, केंद्र ने स्पष्ट कर दिया है कि कोविशील्ड और कोवैक्सीन दोनों सुरक्षित हैं और लोगों से अपील की कि अफवाहों पर ध्यान नहीं दें। कई विशेषज्ञों ने कहा कि टीकाकरण से कोविड-19 के खिलाफ घातक वायरस से सुरक्षा नहीं होती, बल्कि इससे संक्रमण की तीव्रता में कमी आती है और मौत के मामले घटते हैं।
दिल्ली के अपोलो अस्पताल के डॉ. अवधेश बंसल ने कहा, ”हम जानते हैं कि टीकाकरण के बाद भी संक्रमण के मामले आए हैं और दो खुराक लेने के बावजूद मामले सामने आए हैं। लेकिन ये मामले उन लाभार्थियों से जुड़े हुए हैं जिनमें बहुत ही हल्के लक्षण थे। टीका कम से कम संक्रमण की तीव्रता को कम करता है और मृत्यु दर में कमी लाता है।”
उन्होंने कहा कि दो खुराक के बाद ही टीका पूरी तरह प्रभावी होता है। फोर्टिस अस्पताल की डॉ. ऋचा सरीन ने बंसल से सहमति जताते हुए कहा, ”दोनों खुराक लेने के बाद ही रोग प्रतिरोधक क्षमता बनती है। इसलिए पहली खुराक के बाद किसी के संक्रमित होने की संभावना हो सकती है।” दिल्ली के एक सरकारी अस्पताल के चिकित्सक ने नाम उजागर नहीं करने की शर्त पर कहा कि टीके से पूरी तरह सुरक्षा नहीं होती है। उन्होंने कहा कि मास्क पहनने से वायरस से लड़ा जा सकता है।
उन्होंने कहा कि दो खुराक के बाद ही टीका पूरी तरह प्रभावी होता है। फोर्टिस अस्पताल की डॉ. ऋचा सरीन ने बंसल से सहमति जताते हुए कहा, ”दोनों खुराक लेने के बाद ही रोग प्रतिरोधक क्षमता बनती है। इसलिए पहली खुराक के बाद किसी के संक्रमित होने की संभावना हो सकती है।” दिल्ली के एक सरकारी अस्पताल के चिकित्सक ने नाम उजागर नहीं करने की शर्त पर कहा कि टीके से पूरी तरह सुरक्षा नहीं होती है। उन्होंने कहा कि मास्क पहनने से वायरस से लड़ा जा सकता है।
Input: Live Hindustan
INDIA
शवों के अंतिम संस्कार के लिए वेटिंग, सड़क किनारे फुटपाथ पर पड़ीं लाशें

देश और उत्तर प्रदेश में जारी कोरोना के कोहराम के बीच कोरोना संक्रमण और सामान्य मौतों से गाजियाबाद का हिंडन श्मशान घाट भी अब फुल हो गया है। यहां आने वाले लोगों को अपने परिजनों के शवों का अंतिम संस्कार करने के लिए घंटों इंतजार करना पड़ रहा है। हालात इस कद्र खराब हो गए हैं कि शुक्रवार को अंतिम संस्कार के लिए यहां लगाए गए शव अपनी बारी के इंतजार में सड़क किनारे फुटपाथ पर रखे दिखे। इसके साथ ही 14 एंबुलेंस कोविड संक्रमित मरीजों के शवों को लेकर श्मशान घाट के बाहर खड़ी हैं।
ऐसे ही दृश्य गुरुवार को भी देखे गए थे, जब लोगों को अर्थी को प्लैटफॉर्म से दूर रखकर घंटों तक अंतिम संस्कार के लिए बारी का इंतजार करना पड़ा। उन परिजनों की हालत तब और खराब हो गई, जिन्हें तीन बजे के बाद अंतिम संस्कार के लिए मना कर दिया गया।
वहीं, क्षमता से अधिक शवों के आज जाने से श्मशान घाट प्रबंधन भी परेशान है। यहां पर मृतकों के परिजनों को नंबर देकर शेड के लिए इंतजार कराने को कहा जा रहा है। गुरुवार को शाम से पहले सभी शेड भर चुके थे। इसके बाद शेष शवों को लौटाना पड़ा। विद्युत शवदाह गृह के संचालक विकास ने बताया कि इसमें एक शव की क्रिया में कम से कम दो घंटे लगता है। उन्होंने कहा कि एक ही शेड होने से परिजनों को अपनी बारी का इंतजार करना पड़ता है।
एक दिन में रिकॉर्ड 538 संक्रमित मिले
गाजियाबाद जिले में गुरुवार को अभी तक के सबसे ज्यादा एक दिन में 538 लोगों में कोरोना की पुष्टि हुई है। ये जिले का एक दिन में सर्वाधिक मरीज मिलने का रिकॉर्ड है। इससे पहले सितंबर 2020 माह को 377 संक्रमित मिलने का रिकॉर्ड था। जिले में कोरोना के कुल मरीजों की संख्या 29,375 पहुंच गई है, जिसमें से 27,548 मरीज स्वस्थ हो चुके हैं और 104 संक्रमितों की मौत हो चुकी है। वहीं वर्तमान में कोरोना के सक्रिय मामलों की संख्या 1723 पहुंच गई है। 15 अप्रैल 2020 को जिले में केवल एक संक्रमित मिला और कुल केस 32 थे। इस महीने में संक्रमण दर तीन फीसद के करीब पहुंच गई है। अप्रैल 2021 के 15 दिनों में अब तक 2078 कोरोना संक्रमित मिल चुके हैं। 15 दिन के भीतर ही संक्रमण दर 0.69 से सीधे 2.80 फीसद पर पहुंच गई है। स्वस्थता दर में कमी आ रही है। वहीं, रजापुर ब्लॉक के लिए नामित किए गए नर्विाचन अधिकारी जिला प्रोबेशन अधिकारी विकास चंद्रा भी कोरोना पॉजिटिव हो गए।
नाइट कर्फ्यू का उल्लंघन करने पर सख्त कार्रवाई
गाजियाबाद में कोरोना संक्रमण की रोकथाम के लिए लागू नाइट कर्फ्यू के समय में बदलाव किया गया है। अब नाइट कर्फ्यू रात आठ बजे से सुबह सात बजे तक लागू रहेगा। उल्लंघन पर सख्त कार्रवाई की जाएगी। पिछले सप्ताह रात दस बजे से सुबह छह बजे तक नाइट कर्फ्यू घोषित किया गया था, यह व्यवस्था लगातार जारी थी। पुलिस बाजारों में सक्रिय होकर दुकानदारों को दुकानें बंद करने के निर्देश दे रही थी। वहीं, व्यापार संघ के पदाधिकारी भी लगातार दुकानदारों से दस बजे से पहले अपने सभी प्रतिष्ठान बंद करने के आह्वान कर रहे थे। अब अचानक मामले बढ़ने के साथ ही कर्फ्यू का समय भी बढ़ा दिया गया है। शासन के आदेश पर जिलाधिकारी अजय शंकर पांडेय ने जिले में नाइट कर्फ्यू का समय रात 8 बजे से सुबह 7 बजे तक कर दिया है। यह आदेश तत्काल प्रभाव से लागू करने के निर्देश दिए गए हैं। नाइट कर्फ्यू के नियमों का पालन न करने वालों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई के भी निर्देश दिए हैं। समय बढ़ाने के साथ ही पूर्व में जिन लोगों को इस प्रतिबंध से मुक्त रखा गया था, वह व्यवस्था आगे भी लागू रहेगी। नगर निगम को साफ-सफाई के साथ सैनिटाइजेशन करने के भी निर्देश दिए गए हैं।
Input: Live Hindustan
INDIA
कर्फ्यू और लॉकडाउन से न थमे इकॉनमी की रफ्तार, नया पैकेज लाएगी मोदी सरकार

कोरोना के बढ़ते मामले के बीच अर्थव्यवस्था की रिकवरी पटरी से न उतरे इसके लिए केंद्र सरकार एक और राहत पैकेज ला सकती है। ज्यादातर राज्य कोरोना के बढ़ते मामलों के कारण नाइट कर्फ्यू और प्रतिबंध लगा रही हैं और इससे अर्थव्यवस्था के सुधार पर असर पड़ सकता है।
अगर महामारी की दूसरी लहर गरीबों की आजीविका को बाधित करती है, यह पैकेज गरीबों को राहत दे सकता है। इस मामले की जानकारी रखने वाले तीन लोगों ने इसकी जानकारी दी। सरकार ने पिछले साल 26 मार्च से 17 मई के बीच आर्थिक प्रोत्साहन-सह-राहत पैकेज की घोषणा की थी। ताकि, कोविड-19 से बुरे तरीके से प्रभावित कारोबारी गतिविधियों को सुधारा जा सके। केंद्र सरकार ने 20.97 लाख करोड़ रुपये का पैकेज दिया था।
केंद्रीय वित्त मंत्रालय, भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) और अन्य प्रमुख विभाग एक अन्य प्रोत्साहन के लिए जरूरत और समय के लिए हितधारकों के संपर्क में हैं। नाम न बताने की शर्त पर अधिकारी ने बताया कि एक राष्ट्रव्यापी सख्त लॉकडाउन को प्रधानमंत्री ने खारिज कर दिया गया है। सरकार उद्योग की किसी भी आवश्यकता, विशेष रूप से सूक्ष्म, लघु और मध्यम उद्यमों (MSME) का जवाब देगी। ताकि, आर्थिक गतिविधियों और आजीविका बाधित न हो।
केंद्र अपने टीकाकरण अभियान का विस्तार भी कर सकता है ताकि कोविड -19 के प्रसार को कम किया जा सके। इस मामले से जुड़े व्यक्ति ने बताया कि औद्योगिक श्रमिकों का टीकाकरण विचाराधीन है। उनकी उम्र चाहे कितनी भी हो इससे फर्क नहीं पड़ने वाला और उन्हें टीकाकरण की उपलब्धता के आधार पर टीका लगाया जाएगा
भारत ने मंगलवार को ड्रग रेगुलेटर ने स्पुतनिक वी वैक्सीन को मंजूरी दे दी है। इस कदम से आने वाले महीनों में वैक्सीन की उपलब्धता में उल्लेखनीय वृद्धि की उम्मीद है। वित्त मंत्रालय अन्य मंत्रालयों और उद्योग प्रतिनिधियों से विशिष्ट जानकारी ले रहा है। इनपुट्स के आधार पर सरकार प्रभावित क्षेत्रों को राहत देने के लिए कई घोषणाओं की एक सीरिज ला सकता है।
Input: Live Hindustan
-
BIHAR4 weeks ago
अलर्ट! बिहार में वैक्सीन लेने के बावजूद आंगनबाड़ी सेविका कोरोना पीड़ित, पटना एम्स में तोड़ा दम
-
VIRAL4 weeks ago
पबजी खेलते हुआ था प्यार, हिमाचल से वाराणसी पहुंची महिला, युवक निकला कक्षा 2 का छात्र
-
MUZAFFARPUR4 weeks ago
मुजफ्फरपुर में नौ जगहों पर बनेगा माइक्रो कंटेनमेंट जोन, इसमें कहीं आपका इलाका तो नहीं
-
HEALTH7 days ago
ये 5 लक्षण मुंह पर दिखें तो तुरंत करवा लें जांच, हो सकता है कोरोना
-
INDIA3 weeks ago
ये 4 बैंक जल्द ही सरकारी से प्राइवेट हो सकते हैं! करोड़ों ग्राहकों पर क्या होगा असर?
-
BIHAR4 weeks ago
दरभंगा एयरपोर्ट पर जादूगर का साया, एक विमान फिर गायब
-
INDIA4 weeks ago
होली पर अपने घर जाने वाले यात्रियों को बड़ा झटका, रेलवे ने कैंसिल कर दी कई ट्रेनें
-
TRENDING3 weeks ago
मिट्टी का तेल सिर पर छिड़ककर बाल सीधे करने के प्रयास में लड़के की मौत