ज्ञात हो परसो दिल्ली में हुए अग्निकांड में कटरा के उफरौली निवासी मो राजू, मो बबलू और कटाई निवासी तौकीर की मृत्यु हो गई थी अपने राजू को ढूंढते हुए जब मो दुलारे हॉस्पिटल पहुंचे तो क्राइम ब्रांच और दिल्ली पुलिस ने उन्हें ही मौलाना आजाद अस्पताल परिसर से उठा लिया और पूछताछ के बहाने अज्ञात स्थान पे ले गए।
इधर परिजन काफी परेशान थे किसी तरह से उन्होंने सोमवार को दोपहर स्थानीय विशनपुर निवासी समाजसेवी विकास ठाकुर को इसकी जानकारी दी वो उस वक़्त दिल्ली में ही थे। उन्होंने तुरंत अपने कुछ साथियों के साथ आलाधिकारियों से मिले।
लेकिन आलाधिकारियों के टाल मटोल को देखकर ऐसा लगा जैसे दिल्ली पुलिस दुलारे के साथ कुछ बड़े साजिश की तैयारी कर रही है. डीसीपी और एसीपी से लगातार बात करने के बात उन्होंने ग्रामीणों के साथ मिलकर हो हंगामा किया। दिल्ली पुलिस ने जब देखा मामला बिगड़ रहा है तो अनान फानन में दुलारे को रिहा कर दिया। इस तरह एक निर्दोष कल पुलिस के बड़े साजिश का शिकार होने से बच गया।