पटना की तर्ज पर बिहार के पांच और शहरों में रिंग रोड का निर्माण होगा। पथ निर्माण विभाग के इस प्रस्ताव पर केंद्र सरकार ने सैद्धांतिक सहमति दे दी है। शहरों के चयन की प्रक्रिया चल रही है। सर्वे सहित अन्य बुनियादी काम कर पथ निर्माण विभाग केंद्र सरकार को प्रस्ताव सौंपेगा ताकि रिंग रोड का निर्माण हो सके।
बिहार में अभी केवल पटना में ही रिंग रोड का निर्माण हो रहा है। पटना की तर्ज पर राज्य के अन्य प्रमुख शहरों में रिंग रोड बनाने के लिए पिछले दिनों सूबे के पथ निर्माण मंत्री नितिन नवीन ने केंद्रीय सड़क एवं राजमार्ग परिवहन मंत्रालय के अधिकारियों के साथ बैठक की थी। पटना के अलावा राज्य के अन्य प्रमुख शहरों की उपयोगिता, ऐतिहासिक महत्व, पर्यटकीय दृष्टिकोण के अलावा बढ़ते ट्रैफिक दबाव और लोगों को सुविधायुक्त सफर के उद्देश्य से रिंग रोड बनाने का प्रस्ताव मंत्री ने रखा, जिसे मंत्रालय के अधिकारियों ने स्वीकार कर लिया। केंद्र की सैद्धांतिक सहमति मिलते ही पथ निर्माण विभाग ने शहरों के चयन का काम शुरू कर दिया है। संभावित शहरों में यातायात लोड का आकलन भी शुरू कर दिया गया है।
विभागीय अधिकारियों के अनुसार पांच शहरों में से राज्य के तीन शहरों का नाम फाइनल हो चुका है। ये तीन शहर हैं गया, भागलपुर और मुजफ्फरपुर, जबकि बाकी दो शहरों में भोजपुर, कटिहार, बेगूसराय, छपरा, दरभंगा आदि पर विचार चल रहा है। इन शहरों में से किसी दो का चयन भविष्य के ट्रैफिक लोड और एक से दूसरे जिले के बीच आवागमन की सुविधा, ऐतिहासिक, पर्यटकीय दृष्टिकोण महत्व के आधार पर होगा। सूत्रों के अनुसार भोजपुर और दरभंगा में रिंग रोड बनाने के नाम पर लगभग सहमति बन गई है। इन शहरों के ट्रैफिक लोड सर्वे के बाद पांचों शहरों का नाम केंद्रीय सड़क एवं राजमार्ग परिवहन मंत्रालय को भेजा जाएगा ताकि उस पर आगे काम हो सके। केंद्र की सहमति हुई तो पटना की तर्ज पर ही अन्य शहरों के रिंग रोड का निर्माण करने में भी राज्य सरकार सहयोग करेगी। रिंग रोड में चयनित शहरों की नई-पुरानी सड़कों को शामिल किया जाएगा।
Source : Hindustan