बीआरए बिहार विश्वविद्यालय की ओर से स्नातक प्रथम वर्ष के परीक्षा फॉर्म भरने की तिथि विस्तारित कर दी गई है। छात्र-छात्राओं की ओर से फॉर्म भरने में हो रही परेशानी की शिकायत करने के बाद विवि की ओर से यह निर्णय लिया गया है। परीक्षा नियंत्रक डॉ.मनोज कुमार ने इसकी अधिसूचना जारी कर दी है।
उन्होंने बताया कि पहले 20 फरवरी तक फॉर्म भरने की तिथि निर्धारित थी, लेकिन मैट्रिक परीक्षा के कारण कॉलेजों में फॉर्म नहीं जमा होने और ऑनलाइन फॉर्म भरने में हो रही परेशानी को देखते हुए अब बिना अतिरिक्त शुल्क के 26 फरवरी तक छात्र फॉर्म भर सकेंगे। वहीं दो सौ रुपये विलंब शुल्क के साथ 25 से पांच फरवरी तक फॉर्म भरने का समय दिया गया है। कॉलेजों को निर्देश दिया गया है कि आठ मार्च तक छात्रों की ओर से जमा किए गए फॉर्म की हार्ड कॉपी विवि में उपलब्ध कराएं ताकि एडमिट कार्ड बनने की प्रक्रिया शुरू की जा सके।
अबतक 78 हजार परीक्षार्थियों ने भरा फॉर्म
स्नातक प्रथम वर्ष में अबतक 78 हजार परीक्षार्थियों ने विवि के वेबसाइट से परीक्षा फॉर्म भरा है। परीक्षा नियंत्रक ने बताया कि 1.07 लाख परीक्षार्थियों ने स्नातक में दाखिला लिया था। कहा कि इसबार परीक्षार्थियों की संख्या अन्य वर्षों से 30 हजार अधिक है। ऐसे में विषयों के कोड की संख्या बढ़ाई जाएगी। साथ ही परीक्षा केंद्रों की संख्या में वृद्धि की जाएगी।
सत्र 2019 के सभी छात्रों का पंजीयन 28 तक
बीआरए बिहार विश्वविद्यालय की ओर से सत्र 2019 के यूजी, पीजी, वोकेशनल, टेक्निकल और बीएड कोर्स के छात्र-छात्राओं का रजिस्ट्रेशन 28 फरवरी तक स्वीकार किया जाएगा। इसकी अधिसूचना विवि की ओर से जारी की गई है। यूएमआइएस कोआर्डिनेटर प्रो.ललन कुमार झा ने बताया कि यहां के छात्रों को 200 रुपये और दूसरे बोर्ड और विवि के छात्रों को माइग्रेशन के साथ 350 रुपये शुल्क देने होंगे। वहीं 500 रुपये विलंब शुल्क के साथ एक से 15 मार्च तक पंजीयन के लिए फॉर्म भरा जाएगा। प्रो.ललन झा ने कहा कि यूएमआइएस कार्यालय में शुल्क के साथ आवेदन जमा होने के दो घंटे के भीतर संबंधित प्राचार्यों और विभागाध्यक्षों के मेल पर पंजीयन संख्या भेज दिया जाएगा।
Input: Live Hindustan