MUMBAI: सुशांत सिंह राजपूत सुसाइड केस पर पहली बार मुंबई पुलिस के कमिश्नर परमबीर सिंह बयान देने के लिए सामने आए हैं. सिंह ने कहा कि सुशांत सुसाइड केस की जांच करने का अधिकार बिहार पुलिस को नहीं है. हम इस बारे में कानूनी राय ले रहे हैं. अगर किसी को हमारी जांच से दिक्कत है तो हमसे बात करनी चाहिए.
परमबीर सिंह ने कहा कि सुशांत के परिजनों ने पहले किसी पर शक नहीं जताया था. सिंह ने सुशांत के खाते से 15 करोड़ रुपए दूसरे खाते में ट्रांसफर वाले परिजनों के आरोप पर बोला कि रिया के अकाउंट में पैसे ट्रांसफर होने के कोई सबूत नहीं मिले हैं.
विनय तिवारी को जबरन होम क्वॉरेंटाइन करने पर कहा कि यह मामला बीएमसी का मुद्दा है. बीएमसी के अधिकारी अपने हिसाब से काम करते हैं. इससे मुंबई पुलिस को कोई लेना देना नहीं है.
जबरन क्वॉरेंटाइन करने पर आपत्ति जताई थी बिहार पुलिस ने
बिहार के डीजीपी गुप्तेश्वर पांडेय ने देर रात इस मामले पर ट्वीट किया है. उन्होंने सिटी एसपी के हाथ पर लगे होम क्वॉरेंटाइन की मुहर की तस्वीर और वीडियो भी ट्वीट किया है. गुप्तेश्वर पांडेय ने ट्वीटर पर लिखा है “IPS अधिकारी विनय तिवारी अपने ऑफिशियल ड्यूटी पर पटना से मुंबई पहुंचे थे. उन्हें अपनी टीम का लीड करना था. लेकिन उन्हें रात के 11 बजे जबरन क्वॉरेंटाइन कर दिया गया है. उन्होंने मुंबई के आईपीएस मेस में रहने के लिए आग्रह किया था लेकिन जगह नहीं दी गयी. वे गोरेगांव के एक गेस्ट हाउस में रह रहे थे. अब वे वहां से बाहर नहीं निकल सकते.”
Input : First Bihar