शिक्षा विभाग ने पहली से लेकर 12वीं तक के विद्यालयों में दिसम्बर तक की छुट्टी आधी कर दी है। आरटीई के तहत प्रारंभिक स्कूलों में 200 दिन कक्षा की अनिवार्यता के मद्देनजर पर्व-त्योहारों को लेकर पूर्व से घोषित कुल 23 छुट्टियों को करीब आधा (11) कर दिया गया है। सरकारी स्कूलों में छुट्टी कटौती आदेश के रक्षाबंधन से ही लागू होते ही सियासी बयानबाजी और आरोप-प्रत्यारोप का दौर भी तेज हो गया है। भाजपा ने जहां इसे राज्य सरकार की तुष्टिकरण की नीति करार दिया वहीं जदयू ने इसे छात्रहित में बताया है।

भाजपा सांसद सुशील कुमार मोदी ने बुधवार को बयान जारी कर आरोप लगाया है कि सरकारी स्कूलों में रक्षाबंधन, जन्माष्टमी, जिउतिया जैसे प्रमुख हिंदू पर्व-त्योहारों पर छुट्टी रद करना राज्य सरकार की हिंदू-विरोधी मानसिकता का परिणाम है।

उन्होंने कहा सरकार यह फैसला वापस ले।भाजपा के वरिष्ठ नेता केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह ने ट्वीट कर कहा कि क्या पता बिहार में शरिया को लागू कर दिया जाए। प्रदेश भाजपा अध्यक्ष सम्राट चौधरी नेे कहा कि नीतीश सरकार हिंदुओं की भावनाओं को आहत करने से बाज नहीं आ रही है। नेता प्रतिपक्ष विजय कुमार सिन्हा ने कहा है कि स्कूलों में छुट्टियां रद्द कर शिक्षकों का अपमान किया जा रहा है। बुधवार को प्रदेश भाजपा कार्यालय में आयोजित सहयोग कार्यक्रम के बाद पत्रकारों से बातचीत में उन्होंने आरोप लगाया कि बिहार को पश्चिम बंगाल की तर्ज पर चलाया जा रहा है। लोजपा (रामविलास) के राष्ट्रीय अध्यक्ष चिराग पासवान ने शिक्षा विभाग द्वारा छुट्टियों में की गयी कटौती की आलोचना की है। बुधवार को पत्रकारों से बात करते हुए उन्होंने कहा कि राज्य सरकार शिक्षकों से बदला लेने की भावना से ही ऐसा कर रही है।

‘छुट्टी का फैसला आरटीई एक्ट के तहत’

बिहार सरकार के जदयू कोटे के दो मंत्री, भवन निर्माण मंत्री अशोक चौधरी तथा ग्रामीण विकास मंत्री श्रवण कुमार ने शिक्षा विभाग द्वारा स्कूलों में कटौती को जायज ठहराया है तथा इसे गुणवत्ता शिक्षा की दिशा में एक महती कमद बताया है।

अशोक चौधरी ने मंत्री कहा कि छुट्टी का जो भी ़फैसला हुआ है वह केन्द्र सरकार के शिक्षा अधिकार कानून 2009 के प्रावधानों के तहत हुआ है। इसमें पहली से आठवीं की कक्षा में कम से कम 200 दिन साल में कक्षा का प्रावधान है। उसी के तहत यह कटौती हुई है। भाजपा नेता गिरिराज सिंह के बयान पर कहा कि भाजपा के लोग सिर्फ धर्म की राजनीति करते हैं। शिक्षा से, कायदा-कानून से बच्चों के भविष्य तथा विकास से उनका कोई लेना-देना नहीं।

जदयू के राष्ट्रीय महासचिव व प्रवक्ता राजीव रंजन ने सरकारी स्कूलों में छुट्टियों में हुई कटौती को लेकर भाजपा नेताओं के बयानों पर पलटवार किया। उन्होंने कहा कि उन्माद की राजनीति में अंधी हो चुकी भाजपा अब छात्र-छात्राओं के मन में भी सांप्रदायिकता का जहर बोने की कोशिश में लगी है।

जदयू के मुख्य प्रवक्ता नीरज कुमार ने कहा है कि सरकारी स्कूलों में छुट्टियां खत्म नहीं की गयी हैं। व्यावहारिक बनाने के लिए कम की गई है, क्योंकि शिक्षा के अधिकार अधिनियम के तहत प्राथमिक विद्यालयों में साल में 200 दिन और मध्य विद्यालयों में 220 दिनों तक की पढ़ाई आवश्यक है।

Source : Hindustan

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