बिहार में एक तरफ जहां एईएस और लू से मौ’त का सिलसिला जारी है तो वहीं आज जूनियर डॉक्टरों की हड़ताल से हाहाकार मचा हुआ है। डॉक्टरों की हड़ताल की वजह से आज सुबह से ही स्वास्थ्य व्यवस्था पूरी तरह से लाचार दिख रही है और अस्पताल की स्थिति और भी भयावह हो गयी है।

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मुजफ्फरपुर के  SKMCH में डॉक्टरों की हड़ताल से मचा है हाहाकार

मुजफ्फरपुर में भी एसकेएमसीएच के डॉक्टर हड़ताल पर चले गए हैं जिससे वहां विकट समस्या खड़ी हो गई है।मुजफ्फरपुर के SKMCH में ओपीडी काउंटर पूरी तरह से बंद कर दिया गया है जिससे दूर दराज से आये मरीजों और परिजनो को भारी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। एक तरफ जहां बच्चो की लगातार मौत हो रही है वहीं डॉक्टरों के हड़ताल पर जाने से बड़े सवाल खड़े हो रहे हैं कि आखिर डॉक्टरों की संवेदना कहां चली गई है?

पटना के PMCH भी पहुंचा एईएस, डॉक्टरों के हड़ताल से परेशानी

जानकारी के मुताबिक पटना के पीएमसीएच में भी एईएस से अबतक 11 बच्चे भर्ती हुए हैं, जिसमें से10 बच्चों का इलाज हो रहा है। बता दें कि इलाज के दौरान एक बच्चे की मौत हो गई थी वहीं एईएस वार्ड में अभी भी कई बच्चे भर्ती, हैं जिनमें से 5 बच्चों की फिलहाल हालत गंभीर बनी हुई है।

पीएमसीएच में सुबह से ही रजिस्ट्रेशन काउंटर और ओपीडी के बाहर मरीजों की भीड़ लगी है और मरीज कतारों में लगकर डॉक्टरों का इंतजार कर रहे हैं। सभी विभागों का ओपीडी ठप्प हो गया है जिसे सीनियर और जूनियर डॉक्टरों ने मिल कर ठप्प किया है।

हड़ताल के समर्थन में आईएमए, आरडीए, जेडीए, एफडीए सभी एकजुट हैं वहीं आईजीआईएमएस में भी हड़ताल से त्राहिमाम मचा है। दूर-दूर से आये मरीजों के पास इलाज को कोई विकल्प नहीं बचा है। हड़ताल के कारण निजी अस्पतालों में भी चिकित्सकों ने कामकाज ठप्प कर दिया है।

बता दें कि कोलकाता के एनआरएस मेडिकल कॉलेज में दो डॉक्टरों के साथ मारपीट के बाद देश भर में डॉक्टर हड़ताल पर हैं। आईएमए(इंडियन मेडिकल कांउसिल) दिल्ली की कॉल पर डॉक्टरों ने हड़ताल किया है।

Input : Dainik Jagran

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