लॉकडाउन ने इंसान को क्या से क्या बना दिया है. घर जाने के लिए एक परिवार निकला, लेकिन जाने के लिए उसके पास कोई साधन नहीं था. बैलगाड़ी तो था, लेकिन एक बैल नहीं था. जिसके बाद महिला ने एक बैल की जगह पर खुद कंधा दिया और सड़क पर उसको खींचती रही. यह दर्दनाक सीन मध्य प्रदेश के इंदौर का है.
#Lockdown : बैलगाड़ी के एक तरफ बैल तो दूसरी तरफ कभी पुरूष गाडी खींच रहा है तो कभी महिला😢
ये "आत्मनिर्भरता" का नहीं बल्कि सत्ताधीशों के "आत्मग्लानि" का उदाहरण है। pic.twitter.com/8Kp5qnDrSC
— Heera Lal Vishwakarma (@HLVishwakarma) May 14, 2020
बताया जा रहा है कि इंदौर का एक परिवार लॉकडाउन के कारण फंस गया था. आर्थिक तंगी के कारण उसने घर जाने का फैसला किया. वह महू से इंदौर के लिए निकल पड़ा. बैलगाड़ी पर सामान को रख दिया. लेकिन असली परेशानी एक बैल को लेकर थी, लेकिन महिला और पुरूष ने फैसला किया कि एक बैल के जगह पर वह लोग खुद चलेंगे.
महिला के साथ जा रहे युवक ने बताया कि बैलगाड़ी में बैठे दो लोग उसकी भाभी और भाई हैं. वे लोग महू से इंदौर के पत्थर मुंडला गांव के लिए निकले थे. उसके पास एक ही बैल है. ऐसे में मजबूर और क्या करता था. इसलिए परिवार के लोग ही इस गाड़ी को खींच रहे हैं. अगर बैल को छोड़ भी देते तो कौन खिलाता है. इसी तरह से 30 किमी का सफर तय किया.
Input : First Bihar