‘बड़े मियां तो बड़े मियां, छोटे मियां सुबहान अल्लाह’। यह हकीकत मुजफ्फरपुर बालिका गृह कांड के मुख्य आरोपी ब्रजेश ठाकुर व उसके बेटे की है। ब्लैक मनी की बदौलत ब्रजेश ठाकुर के साथ ही उसकी पत्नी मनोरमा देवी आैर बेटा मेहुल आनंद तक करोड़पति बन गए। ईडी (प्रवर्तन निदेशालय) की जांच में यह खुलासा हुआ है।
सूत्रों के मुताबिक आने वाले दिनों में ब्रजेश ठाकुर या उसके परिजनों की कुछ औऱ अवैध संपत्ति जब्त हो सकती है। फिलहाल संबंधित चल-अचल संपत्ति के बारे में तफ्तीश जारी है। इससे पूर्व बीते बुधवार को ईडी की टीम ने पटना, मुजफ्फरपुर आैर समस्तीपुर में ब्रजेश ठाकुर व उसके परिजनों के मालिकाना हक वाली 25 करोड़ की संपत्ति को जब्त किया था। बालिका गृह में लड़कियों के साथ मानसिक, शारीरिक व यौन शोषण के मामले में सुप्रीम कोर्ट के आदेश पर ब्रजेश ठाकुर को फिलहाल पंजाब के पटियाला जेल में बंद है।
बालिका गृह कांड का मामला सामने आने के कुछ महीने बाद ईडी ने अक्टूबर 2018 में मनी लाउंड्रिंग के आरोपों के तहत ब्रजेश ठाकुर के खिलाफ मामला दर्ज किया था। मुजफ्फरपुर के एसएसपी के स्तर से पीएमएलए के प्रावधानों के तहत ब्रजेश की अवैध संपत्ति के बाबत रिपोर्ट भेजी गई थी।
इसमें कहा गया था कि ब्रजेश ने बालिका गृह व महिला अल्पावास गृह के संचालन की आड़ में सरकार से अनुदान प्राप्त करके अवैध काम करते हुए करोड़ों की अवैध संपत्ति अर्जित कर रखी है।
Input : Dainik Bhaskar