सनातन धर्म में कार्तिक पूर्णिमा का पर्व विशेष महत्व रखता है। यह पर्व हर साल कार्तिक मास के शुक्ल पक्ष की पूर्णिमा को आता है। इस साल कार्तिक पूर्णिमा कल यानी 12 नवंबर को मनाई जा रही है।
धार्मिक मान्यताओं की मानें तो इस दिन महादेव ने त्रिपुरासुर नामक असुर का संहार किया था। जिसकी वजह से इसे त्रिपुरी पूर्णिमा भी कहते हैं। इस खास दिन नदियों में स्नान, दीपदान, भगवान की पूजा और दान का बहुत बड़ा महत्व माना गया है।
कहा जाता है कि इस दिन स्नान और दान करने से शुभ फल की प्राप्ति होती है और व्यक्ति के कई जन्म के पापों का भी नाश होता है। लेकिन क्या आप जानते हैं कार्तिक पूर्णिमा के दिन कुछ नियमों का पालन करना बेहद जरुरी होता है। ऐसे में कार्तिक पूर्णिमा के दिन भूलकर भी हर व्यक्ति को ये गलतियां करने से बचना चाहिए। आइए जानते हैं आखिर क्या हैं ये गलतियां।
कार्तिक पूर्णिमा के दिन भूलकर भी न करें ये काम-
1. कार्तिक पूर्णिमा को बेहद शुभ दिन माना जाता है। इस दिन तामसिक भोजन का सेवन न करें।
2. चंद्रमा के दुष्प्रभाव से बचना चाहते हैं तो कार्तिक पूर्णिमा के दिन शारीरीक संबंध न बनाएं।
3. कार्तिक पूर्णिमा के दिन घर पर किसी तरह का कलह करने से बचना चाहिए।
4. कार्तिक पूर्णिमा के दिन गरीब और असहाय लोगों का अपमान नहीं करना चाहिए।
5-कार्तिक पूर्णिमा के दिन तुलसी के पौधे को न तो उखाडे़ं और न हीं तुलसी के पत्तों को तोड़ना चाहिए।
6-कार्तिक पूर्णिमा के दिन उड़द, मसूर, करेला, बैंगन और हरी सब्जियां का सेवन नहीं करना चाहिए।
7-कार्तिक पूर्णिमा के दिन किसी भी बुजु्र्ग का अपमान बिल्कुल भी न करें।
Input : Hindustan