मधौल स्थित नोएडा की रावत एसोसिएट्स के प्लांट में सीसीटीवी कैमरा लगेगा। इसके लिए एएसपी वेस्ट सैयद इमरान मसूद ने कंपनी के अधिकारियों को निर्देशित किया है। फायरिंग के वक्त सीसीटीवी कैमरा नहीं होने की वजह से अपराधियों की पहचान नहीं हो सकी। पुलिस को भी साक्ष्य नहीं मिल रहे हैं। जबकि, तुर्की ओपी पुलिस एक सप्ताह के भीतर एक दर्जन युवकों को हिरासत में लेकर पूछताछ कर चुकी है।
इधर, कंपनी के कमतौल स्थित बेस कैंप में पांच व मधौल साइट प्लांट में दो सैप व एक जिला पुलिस के आर्म्स गार्ड की तैनाती की जा चुकी है। इसके अलावा एसटीएफ भी सादे लिवास में कमतौल स्थित बेस कैंप से लेकर मधौल स्थित साइट प्लांट तक बाइक से गश्त शुरू कर दी है। हालांकि, इस दौरान किसी प्रकार के संदिग्ध नहीं देखे गए है। फिलहाल काम चालू स्थिति में है। दोपहर बाद बारिश की वजह से काम की रफ्तार धीमी हो गयी थी। मालूम हो कि, बीते 19 मई की सुबह 10 बजे तीन बाइक सवार छह अपराधियों ने मधौल स्थित प्लांट में अंदर घुसकर एक दर्जन राउंड फायरिंग की थी। इस दौरान एक टैंकर चालक ने बहुत दूर से वीडियो बनाया था। लेकिन, उक्त वीडियो में किसी का चेहरा नहीं दिखा था।
Source : Hindustan