मुजफ्फरपुर में कोरोना का मामला सामने आते ही लोग इंटरनेट पर ज्यादा ही एक्टिव हो चुके है और तरह तरह की सामग्री शेयर कर रहे हैं, इस हालत मे कुछ लोग मरीज़ के नाम पता वाली लिस्ट भी शेयर कर रहे है जो बेहद ही सवेंदनशील मामला है.
सरकारी गाइडलाइन की माने तो कोरोना मरीज़ का पता शेयर करना अपराध है. इस स्तिथि में पैनिक क्रिएट हो सकता है. मानवता के आधार पर भी ये मरीज़ के निजीता का उल्लघन है ऐसे में जरूरी है कि सतर्क बने.
मरीज़ का नाम पता साझा कर लोग तरह- तरह की बाते बना रहे है जो बेहद गैर जिम्मेदारी वाला काम है ऐसे में जरूरी है कि सज़ग नागरिक बने और सवेंदनशील बने.
इंटरनेट और शोसल मीडिया में अति उत्साह में आपका किया गया शेयर या फॉरवार्ड आपको जेल की सलाखो के पीछे भेज सकता है.