नगर निगम प्रशासन की ओर से सितंबर 2019 में माेतीझील फ्लाईओवर के नीचे पार्किंग व्यवस्था लागू कर दी गई थी। तब से पिछले 5 महीने में 15 बार इस फ्लाईओवर के नीचे से अतिक्रमण खाली कराया गया, लेकिन हर बार नगर निगम प्रशासन विफल रहा। माह में दाे-तीन बार जेसीबी के साथ एक दर्जन कर्मचारी फ्लाईओवर के नीचे घूम कर अतिक्रमण हटाने का काेरम पूरा करके लाैट जाते हैं। लेकिन, अभियान का प्रभाव दाे घंटे भी नहीं रहता। नतीजा है कि पार्किंग प्लेस चयनित हाेने के बाद भी डेवलप नहीं किया जा सका है। रविवार काे फ्लाईओवर के नीचे हर जगह अतिक्रमण था। ऊपर भी चारपहिया वाहनाें की कतारें लगी थीं। जबकि, पिछले सप्ताह ही अतिक्रमण खाली कराया गया था। यह स्थिति तब है, जबकि पार्किंग शुल्क वसूली के लिए प्रभारी के साथ आधा दर्जन कर्मचारियाें की तैनाती हाे चुकी है। कर्मचारियाें काे वेतन भुगतान हाे रहा है, लेकिन लाेगाें काे नागरिक सुविधा नहीं मिल पा रही है।
इन वजहों से फेल हो रही प्लानिंग
- निगम की ओर से नहीं कराई गई बैरिकेडिंग
- इंजीनियराें ने इसमें नहीं दिखाई दिलचस्पी
- सीआई व वार्ड जमादार नहीं करते निगरानी
- नियमित नहीं चलता है अतिक्रमण अभियान
स्थायी समाधान के लिए फ्लाईओवर के नीचे घेराबंदी कराने की व्यवस्था हाे रही है। जल्द ही चिह्नित पार्किंग जाेन काे व्यवस्थित किया जाएगा। इसकी पूरी प्लानिंग हाे चुकी है। -विशाल आनंद, अपर नगर आयुक्त।
Input : Dainik Bhaskar