स्मार्ट सिटी मिशन के तहत शहर के सुदृढ़ीकरण को लेकर क्राइम और ट्रैफिक कंट्रोल के साथ-साथ विधि व्यवस्था के नियंत्रण को लेकर मंगलवार को मुंबई की एजेंसी से करार किया गया। इसके तहत 153 करोड़ रुपए के खर्च से शहर के चप्पे-चप्पे में उच्च क्षमता के क्लोज सर्किट कैमरे और ट्रैफिक सिग्नल लगेंगे। सेंसर के साथ अलार्म भी लगेंगे। इन सबका कंट्रोल मुजफ्फरपुर स्मार्ट सिटी मिशन के अंतर्गत बननेवाले एकीकृत कमांड एंड कंट्रोल सेंटर से होगा।
शहर में अभी लगे सीसी कैमरों में कैद चेहरे से नहीं हो पाती है अपराधी की पहचान
नगर आयुक्त सह एमडी विवेक रंजन मैत्रेय ने मुंबई की एजेंसी शापूरजी पल्लोंजी एंड कंपनी प्राइवेट लिमिटेड के स्मार्ट सिटीज हेड नीरज कुमार से मास्टर सिस्टम इंटीग्रेटर के िलए मंगलवार को करार किया। इस परियोजना का अनुमानित खर्च लगभग 153 करोड़ है।
इसे एजेंसी काे 12 महीने में पूरा करना है। कंपनीबाग रोड स्थित एमआरडीए की बिल्डिंग तोड़कर कमांड एंड कंट्रोल बिल्डिंग का काम शुरू किया गया है। 12 करोड़ रुपए की लागत से बिल्डिंग बन रही है। यहीं से शहर में ट्रैफिक, क्राइम कंट्रोल, विधि व्यवस्था, अग्निशमन से लेकर तमाम नागरिक सुविधाओं का संचालन होगा।
270 जगह लगनेवाले उच्च क्षमता के सीसी कैमरे नंबर प्लेट तक को आसानी से कवर करेंगे। एक साल बाद शहर में ट्रैफिक सिग्नल रूल तोड़ने पर ई चालान कटेगा। शहर में अभी सीसी कैमराें का संचालन सरैयागंज टावर के निकट स्थित पुलिस कंट्रोल रूम से किया जा रहा है।
लेकिन, इन कैमराें में अब तक किसी अपराधी का स्पष्ट चेहरा कैद नहीं हाे सका। इस वजह से शायद ही कभी किसी अपराधी की गिरफ्तारी हुई हाे। स्मार्ट सिटी के तहत जो सीसी कैमरे लग रहे हैं उनकी क्वालिटी बेहतर होगी।
भीड़ जुटने पर अलार्म कराएगा अलर्ट
शहर में विभिन्न स्थानों पर रखे गए कचरा के डब्बाें काे भरने के साथ नगर निगम कार्यालय का अलार्म बज उठेगा। स्मार्ट सिटी मिशन के तहत शहर में कई जगह सेंसर लगेेंगे। इसके तहत केवल कचरा भरने पड़ ही अलार्म नहीं बजेगा, बल्कि किसी तरह की भीड़ जुटते ही वह पुलिस को अलर्ट कराएगा। स्मार्ट सिटी मिशन के तहत यह आमलोगों के लिए सबसे महत्वाकांक्षी योजना है। पूरे शहर में इसी बिल्डिंग से ट्रैफिक कंट्रोल होगा।
Source : Dainik Bhaskar
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