हमारी बहन और बेटियां हमारा गौरव, हमारा सम्मान और हमारा अभिमान। सब लेफ्टिनेंट शिवांगी को सोमवार को कोच्चि में आइएनएस गरुड़ पर आयोजित एक कार्यक्रम में उन्हें उनके विंग्स से सम्मानित किया गया. बता दें कि शिवांगी को डोरिनर 228 उड़ाने का प्रशिक्षण दिया गया है.
उन्हें भारतीय नौसेना की सबसे पुरानी स्क्वाड्रन इंडियन नावल एयर स्क्वाड्रन ने प्रशिक्षित किया है. इस मौके पर लेफ्टिनेंट शिवांगी ने कहा, ”मैं अपनी खुशी को शब्दों में बयां नहीं कर सकती हूं.” कॉकपिट में बैठे- बैठे शिवांगी ने एनडीटीवी से बातचीच में कहा, ”मेरे पिता एक शिक्षक हैं और मेरे दादा जी एक किसान थे.
मेरे परिवार में आज तक किसी ने सैन्य बलों में सेवा नहीं दी है. जो भी मैं करना चाहती हूं मेरा परिवार मेरा साथ देता है. भले ही मकेनिकल इंजीनियरिंग करनी हो या भारतीय नौसेना में शामिल होना हो.” थोड़ी ही दूरी पर शिवांगी के माता-पिता हरिभूषण और प्रियंका आएनएस गरुड़ पर खड़े थे जो कि इस खुशी के मौके पर फूले नहीं समा रहे थे.