मुजफ्फरपुर स्मार्ट सिटी के एबीडी में ऑनलाइन मैप और ज्यादा प्रभावकारी बनाया जाएगा। जनवरी से लोगों को इसकी सुविधा मिलने लगेगी। मोबाइल पर स्मार्ट सिटी के एक-एक भवन की वास्तविक तस्वीर देखी जा सकेगी। इतना ही नहीं, स्मार्ट सिटी के एक सड़क में जाम लगने पर मोबाइल के जरिए दूसरे वैकल्पिक रास्ते भी तुरंत देखे जा सकेंगे। चित्रों को और सटीक व साफ करने के लिए तकनीकी व्यवस्था जुटाने का काम करना शुरू कर दिया गया है।
स्मार्ट सिटी की कार्य एजेंसी शापूर जी एंड कंपनी ने शहर के 11 स्थलों पर पहले चरण में डीजीपीएस (डिफ्रेंशियल ग्लोबल पोजिशनिंग सिस्टम) लगाने का निर्णय लिया है। एक मशीन इमलीचट्टी में लगा दी गई है। इमली चौक, लक्ष्मी नारायण नगर, बीएमपी दुर्गा मंदिर, जूरनछपरा मेन रोड, सर सैयद कॉलोनी, तिरहुत कैनाल डिविजन कार्यालय, राजनारायण सिंह कॉलेज, चांदनी चौक, इंदिरा कॉलोनी माड़ीपुर रोड, स्वास्थ्य उपनिदेशक कार्यालय के पास भी यह मशीन लगाई जाएगी।
ड्रोन सर्वे के बाद भवनों की सटीक जानकारी
डीजीपीएस मशीन के बाद शहर का ड्रोन से भी सर्वे किया जाएगा। दोनों सर्वे होने के बाद सारे भवनों व सड़क-गलियों की सटीक जानकारी ली जाएगी। इसके बाद इन तस्वीरोें व जानकारी को ऑनलाइन हुए मैप पर चढ़ाया जाएगा। यह सुविधा लोगों को स्मार्ट सिटी की वेबसाइट पर भी मिल पाएगी। स्मार्ट सिटी के भवनों पर क्लिक करने पर भवन के बारे में पूरी जानकारी, उसका लोकेशन व वहां पहुंचने का रास्ता देखा जा सकेगा। इसके अलावा इसका बड़ा उपयोग ट्रैफिक में भी हो पाएगा।
अलग-अलग रंगों में दिखेगी ट्रैफिक की स्थिति
स्मार्ट सिटी के सीईओ भूदेव चौधरी ने बताया कि जनवरी के बाद मोबाइल पर जाम रास्तों की जानकारी तो मिलेगी ही, कहीं पहुंचने का वैकल्पिक रास्ता भी बताया जाएगा। इतना ही नहीं निर्धारित स्थल तक पहुंचने के सभी रास्तों पर ट्रैफिक की स्थिति अलग-अलग रंगों से दर्शाई जाएगी।
Source : Hindustan
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