शिक्षक एवं शिक्षाधिकारी कभी रिटायर नहीं होते, बल्कि समाजसेवा के बेहतरीन माध्यम से शिक्षादान करके शिक्षित, सुसंस्कृत एवं सभ्य समाज निर्माण में अपनी महती भुमिका का निर्वहन कर सकते हैं, भारतीय जीवन – दर्शन में समर्पित शिक्षाविदों का स्थान सर्वोपरि रहा है, उक्त सारगर्भित विचार मुज़फ्फरपुर के जिला शिक्षा पदाधिकारी डा. विमल ठाकुर ने अपने सेवानिवृति के उपलक्ष्य में आयोजित भावपूर्ण विदायी समारोह में व्यक्त किये। उन्होंने मुज़फ्फरपुर में अपने सेवा साल के कार्यकाल में शिक्षा – जगत तथा विद्यालीय शिक्षा से जुड़े स्कूलों, संचालकों एवं निदेशकों तथा आमजनों के प्रति हार्दिक कृतज्ञता ज्ञापित क़िया और सेवांत भी मुज़. में रहकर शिक्षा के उत्थान कई लिये कृत संकल्प रहने की वचनबद्धता दुहरायी।
मिठनपुरा स्थित एसोसिएशन के कार्यालय में एक संक्षिप्त किंतु गरिमामय सामारोह में नवांतुक डी. ई. ओ. अस्दुस्स सलाम अंसारी का स्वागत एवं परिचय कराया गया। उन्होंने अपने उद्गार में स्कूली शिक्षा की समस्याओं के शीघ्र निवारण को बात दुहरायी।
डी. ए. वी. खबड़ा के प्राचार्य मनोज कुमार झा के सधे मंच संचालन की अध्यक्षता प्रिस्टाईन स्कूल के शरत लाहौरी ने की। सभी वक्ताओं ने सेवानिवृत्त हो रहे डी. ई. ओ. साहेब ने दीर्घायु होने, वानप्रस्थ में सक्रिय रहने तथा बेहतरीन कार्यशैली की भूरि – भूरि प्रशंसा की। विदायी समारोह में प्रतीक चिन्ह, कलम, गायत्री मंत्र ससम्मान उपहार स्वरुप भेंट किया गया। ॐ आकृति आदि डी. ई. ओ. साहब को सम्मान स्वरुप भेंट किये गये। प्रमुख वक्ताओं में दीपक पाहुजा, सुधीर सिंह, प्रमोद कुमार, रीता पराशर, वंद्ना कुमारी, धर्मवीर कुमार, सुनील सहाय, कोषाध्यक्ष चंदन कुमार रहे।
कार्यक्रम के आरम्भ में इंद्रप्रस्थ इंटरनेशनल स्कूल के निदेशक तथा तिरहुत एसोसियेशन ऑफ अनएडेड स्कूल्स के सचिव सुमन कुमार ने आगत अतिथियों व आगंतुकों का उक्त समारोह में हार्दिक स्वागत किया और जिला प्रशासन को हर मदद के लिये धन्यवाद किया। धन्यवाद ज्ञापित मदर टेरेसा के सतीश झा ने किया। समारोह में प्रमुख लोगों में प्रीमियर एकेडमी के बी. के. प्रसाद, मोनास्टिक इंग्लिश स्कूल के चंदन कुमार, न्यू इंडियन सैनिक स्कूल के सर्वेश कुमार सहित विभिन्न स्कूलों के निदेशक, प्राचार्यगण एवं प्रबुद्ध वर्ग के लोग शामिल थे।