एक निजी क्लिनिक पर कोरोना पॉजिटिव मरीज की पहचान होने के बाद स्थनीय स्स्वास्थ्य विभाग अलर्ट मोड मेें आ गया है। पिछले 10 दिनों में चार कोरोना पॉजिटिव मामले सामने आए हैं। ये ामले मिठनपुरा व तीन पोखरिया इलाके में मिलेहैं। इनमें दो की मुशहरी सीएचसी में जांच हुई थी, जबकि दो निजी लैब की जांच में पॉजिटिव निकले हैं। कोरोना जांच कर रही निजी क्लिनिकों पर भी विभाग पूरी नजर रख रहा है। उन्हें प्रतिदिन रिपोर्ट देने को कहा गया है। वही पॉजिटव मरीज मिलने पर उसके बारे मेें पूरा ब्योरा देने को कहा गया है।
नोडल अधिकारी सह जिला संचारी रोग पदाधिकारी डॉ. अमिताभ कुमार सिन्हा ने निजी लैब की जांच में मिले पॉजिटिव मरीज की पूरी डिटेल मांगी हैं। वहीं प्रभारी सिविल सर्जन डॉ. हरेंद्र आलोक ने बताया कि जो पॉजिटिव मरीज मिले हैं, उन्हें होम आइसोलेट किया गया हैं। साथ ही इनके संपर्क में जो लोग आए है, उनकी जानकारी जुटाई जा रही है। आशा को अपने पोषक क्षेत्र में पूरी नजर रखने को कहा गया है। उधर, होली के कारण दूसरे प्रदेशों में रहने वाले यहां के लोग पहुंचने लगे हैं। ऐसी हालत में इमलीचट्टी बस पड़ाव व बैरिया बस पड़ाव पर जांच का काम बंद होने से संक्रमण की आशंका बढ़ गई है।
सदर अस्पताल के विशेषज्ञ चिकत्सक डॉ. एसके पांडेय ने कहा कि मास्क लगाने में लापरवाही सहित अन्य कोरोना प्रोटोकॉल का पालन नहीं करने के कारण कुछ मरीज सामने आए हैं। उन्होंने आम लोगों से अपील की कि अगर उनको सर्दी-खांसी बुखार के साथ दस्त व सांस लेने में कठिनाई हो तो उसकी जांच अवश्य करा ले। सरकारी अस्पताल में जांच व इलाज की मुफ्त सुविधा उपलब्ध है।
आरटीपीसीआर जांच में ओटीपी की अनिवार्यता से आ रही परेशानी
कोरोना की आरटीपीसीआर जांच में स्वास्थ्य विभाग ने ओटीपी को अनिवार्य कर दिया है। नए नियम लागू होने के साथ पहले दिन आरटीपीसीआर जांच बाधित होने लगी। विभाग से मिली जानकारी के अनुसार अधिकांश लोग मोबाइल कॉल नहीं रिसिव कर रहे हैं। कई लोगों ने जो मोबाइल नंबर जांच के क्रम में फार्म पर लिखाया है वह मोबाइल उनके पास नहीं होता है। इसके कारण ओटीपी सत्यापन नहीं होने से परेशान स्वास्थ्य कर्मियों ने सिविल सर्जन से इसकी शिकायत की। प्रभारी सिविल सर्जन डॉ. हरेंद्र आलोक ने बताया कि राज्य मुख्यालय से इस संबंध में दिशा निर्देश मांगा जाएगा। इस बीच जिनके पास ओटीपी होगा उसी का नमूना लिया जाए। विभाग की ओर से प्रतिदिन 900 नमूना जांच का लक्ष्य तय किया गया है। प्रभारी सिविल सर्जन ने बताया कि आरटीपीसीआर जांच के लिए स्वास्थ्य मुख्यालय ने ओटीपी सत्यापन की अनिवार्यता कर दी है। जांच के लिए सैंपल देने वाले लाभुकों के मोबाइल नंबर पर ओटीपी भेजा जाएगा। जो उन्हें सतयापन के क्रम में बताना होगा। कोरोना जांच के लिए भरे जा रहे फार्म में वही मोबाइल नंबर देना होगा तो उनके पास हो, ताकि ओटीपी वैरिफिकेशन में असुविधा नहीं हो।
Input: Dainik Jagran