कोरोना वायरस के बढ़ते संक्रमण को रोकने के लिए नीतीश सरकार ने लॉक डाउन का ऐलान किया.लेकिन सरकारी आदेश के अगले दिन ही यह बेअसर नजर आया.जहाँ मुजफ्फरपुर के सड़कों पर धड़ल्ले से गाड़ियां दौड़ती नजर आई.
बिहार सरकार भले ही लोगों की सुरक्षा के लिए मुजफ्फरपुर सहित सभी जिला मुख्यालय में लॉक डाउन किया हो.लेकिन मुजफ्फरपुर में नजारा आम दिनों की तरह ही दिख रहा है. दरअसल, कोरोना वायरस के कारण सूबे में 1 व्यक्ति की मौत हो चुकी है. जिसके बाद बिहार सरकार ने कड़े कदम उठाते हुए लॉक डाउन किया है.जिसमें कुछ इमरजेंसी सेवा को छोड़कर सारी सेवाएं ठप रहेंगी.लेकिन मुजफ्फरपुर में पब्लिक ट्रांसपोर्ट आम दिनों की तरह चलता देखा गया. पुलिस-प्रशासन लगातार बोल रहे कि बेवजह बाहर ना निकले. साथ साथ माइकिंग भी करवाई जा रही है.वहीं आम दिनों के तरह सड़क किनारे लोगो का हुजूम भी चाय दुकानों पर देखने को मिला.
बुद्धिजीवी वर्ग के लोग खासकर इस बात पर आश्चर्य व्यक्त कर रहे हैं कि आखिर लाँक डाउन के इस नियम कानून का पालन लोगों के द्वारा क्यों नहीं किया जा रहा ?लोगों का यह भी कहना है कि जिला प्रशासन को इस नियम कानून पर सख्ती बरतनी चाहिए.ताकि लॉक डाउन किए जाने की सार्थकता पूरी हो सके.
एसडीओ पूर्वी कुंदन कुमार ने बताया कि पब्लिक को समझाना है कि ये लॉक डाउन उनके फायदे के लिए है.जगह जगह माइकिंग करवाई जा रही है.बहुत जल्द कम्पलीट लॉक डाउन करवा लेंगें.