एलएस कॉलेज और विश्वविद्यालय परिसर को स्मार्ट सिटी में शामिल कर लिया गया है। शुक्रवार को एलएस कॉलेज के प्राचार्य डॉ.ओपी राय ने प्रेस वार्ता कर इसकी जानकारी दी। कहा कि 120 वर्ष पहले स्थापित इस महाविद्यालय की पुरातात्विक महत्ता एवं एतिहासिकता को देखते हुए यूजीसी ने स्पेशल हेरिटेज स्टेटस का दर्जा दिया।
एेतिहासिक गांधी कूप और डॉ.राजेंद्र प्रसाद, आचार्य कृपलानी एवं दिनकर की कर्मभूमि होने के कारण इसे स्मार्ट सिटी में शामिल करने का निर्णय सरकार ने लिया है। इससे महाविद्यालय के मुख्य भवन, विज्ञान भवन एवं कला भवन के मूल स्वरूप का संरक्षण एवं नवीकरण किया जाएगा। जल निकासी, पेयजल एवं पैदल पथ का निर्माण होगा। परिसर स्थित सौ वर्ष पुराने तारामंडल का आधुनिकीकरण एवं सुंदरीकरण किया जाएगा। इसके साथ ही रोशनी की व्यवस्था, रोड का निर्माण एवं 20 बड़े पार्कों का सुंदरीकरण किया जाएगा। पुस्तकालय एवं प्रयोगशालाओं को आधुनिकीकरण कर राष्ट्रीय स्तर का बनाया जाएगा।
बता दें कि एलएस कॉलेज ब्रिटेन के बैलियोज कॉलेज की प्रतिकृति है। प्राचार्य ने कहा कि राज्य सरकार एवं जिला प्रशासन से उन्होंने कॉलेज को स्मार्ट सिटी में शामिल करने के लिए विशेष आग्रह किया था। प्रधान सचिव नगर विकास आनंद किशोर, तिरहुत प्रमंडल के पूर्व आयुक्त पंकज कुमार व वर्तमान आयुक्त मनीष कुमार से मिलकर उन्होंने इसको लेकर मांग की थी। सरकार की ओर से यह घोषणा होने के बाद कुलपति प्रो.हनुमान प्रसाद पांडेय ने हर्ष व्यक्त किया है। मौके पर डॉ.सुरेंद्र राय, डॉ.राजीव कुमार व डॉ.ललित किशोर मौजूद थे।
Input: Dainik Jagran