बिहार में बाढ़ से हाहाकार मचा हुआ है। राज्य के उत्तरी हिस्से के 10 जिले बुरी तरह से प्रभावित हुए हैं। जनजीवन अस्त-व्यस्त हो गया है, लेकिन इन तमाम मुश्किलों के बीच भी उम्मीद की किरण देखने को मिली है। बाढ़ की कठिनाइयों में फंसे एक परिवार में जिंदगी की आहट से खुशियों का सैलाब आ गया है। बिहार के पूर्वी चंपारण (मोतिहारी) में बाढ़ के बीच फंसी एक महिला ने एनडीआरएफ की नाव पर बच्ची को जन्म दिया है।
न्यूज एजेंसी एएनआई के ट्वीट के मुताबिक, बाढ़ प्रभावित पूर्वी चंपारण जिले में एक 25 वर्षीय महिला ने नेशनल डिजास्टर रिस्पॉन्स फोर्स (एनडीआरएफ) की नाव पर रविवार को एक बच्ची को जन्म दिया। इसके बाद एनडीआरएफ कर्मी दोनों को एम्बुलेंस में बिठाकर पास के ही प्राइमरी हेल्थ सेंटर लेकर गए। यहां मौजूद स्वास्थ्य कर्मियों ने दोनों का प्राथमिक उपचार और जांच किया। बताया जा रहा है कि मां और बच्ची दोनों की हालत स्थिर है।
बाढ़ से बिहार में 11 लाख लोग प्रभावित
बता दें कि बिहार के 10 जिलों के 77 प्रखंडों की 577 पंचायतों में लगभग 11 लाख से अधिक लोग बाढ़ से प्रभावित हो गए हैं। वहीं अब तक करीब 10 लोगों की बाढ़ के कारण मौत भी हो गई है। राज्य सरकार की ओर से प्रभावितों के लिए राहत और बचाव कार्य निरंतर चलाए जा रहे हैं। हेलीकॉप्टर के माध्यम से बाढ़ पीड़ितों को फूड पैकेट्स पहुंचाए जा रहे हैं। दरभंगा और मोतिहारी जिले के कई गांवों में जहां पर आवागमन में दिक्कत हो रही है, वहां पर हेलीकॉप्टर की मदद से फूड पैकेट्स दिए गए।
आपदा प्रबंधन विभाग के अपर सचिव रामचंद्रुडु ने कहा कि एनडीआरएफ और एसडीआरएफ की टीम सभी प्रभावित इलाकों में तैनात है और लोगों को सुरक्षित जगह पर पहुंचा रही है। राज्य के विभिन्न जिलों में 422 सामुदायिक किचेन चलाए जा रहे हैं, जहां पर एक लाख 15 हजार बाढ़ पीड़ित प्रतिदिन भोजन कर रहे हैं।
Input : Live Hindustan