समस्तीपुर, जेएनएन। समस्तीपुर की शिक्षिका बिहार से बाहर अंडमान निकोबार में रह रही हैं। वह बीमारी के अवकाश के नाम पर महीनों से अब्सेंट हैं। इसके बाद भी बिहार में उन्हें नियमित रूप से वेतन भुगतान किया जा रहा है। मामला समस्तीपुर के विभूतिपुर प्रखंड का है। उनके खिलाफ कई बार प्रखंड विकास पदाधिकारी (बीइओ) को लिखा गया है। बीइओ इससे बचते हुए बीडीओ के आदेश का हवाला देते हें। वहीं बीडीओ का कहना है कि हमें पता नहीं है।
समस्तीपुर के विभूतिपुर प्रखंड के राजकीय उत्क्रमित मध्य विद्यालय कोदरिया की शिक्षिका प्रीति कुमारी रूग्नावकाश (Sick holiday) पर हैं। उनकी अनुपस्थिति विवरणी विद्यालय से बनकर जाती है। इसके बावजूद लगातार उन्हें वेतन मिल रहा है। इस बात का पर्दाफाश तब हुआ, जब विद्यालय के हेड मास्टर अरविन्द कुमार ने प्रखंड शिक्षा पदाधिकारी को एक आवेदन देकर इसकी शिकायत की।
हेड मास्टर ने आवेदन में कहा है कि उक्त शिक्षिका विगत 17 जुलाई 2019 से रूग्नावकाश पर है। बिहार राज्य से बाहर अंडमान निकोबार में रह रही हैं। उनकी अनुपस्थिति विवरणी विद्यालय से रूग्नावकाश का बनकर जाता है। शिक्षिका प्रीति कुमारी को बीइओ कार्यालय द्वारा प्रतिनियोजन कर लिया गया है और लगातार वेतन दिया जा रहा है।
वे बताते हैं कि शिक्षिका प्रीति कुमारी न तो विद्यालय में कार्य कर रही हैं और न ही प्रतिनियोजन स्थल पर हैं। हेड मास्टर ने विगत 9 जनवरी को भी इसकी लिखित शिकायत बीइओ से करते हुए विद्यालय के शिक्षण कार्य में कठिनाई होने की बातें कही थी। साथ ही विद्यालय के दो शिक्षकों में क्रमश: महेश प्रसाद और प्रीति कुमारी का प्रतिनियोजन संबंधी जांच कर कार्रवाई की मांग की है।
जब फोन पर शिक्षिका प्रीति का पक्ष जानने की कोशिश हुई तो उनसे बातचीत नहीं हो सकी। पूछे जाने पर प्रखंड शिक्षा पदाधिकारी विजय कुमार ने कहा कि शिक्षिका का प्रतिनियोजन बीडीओ के स्तर से हुआ है, जबकि बीडीओ धीरज कुमार ने इस मामले पर अनभिज्ञता जाहिर की है। कहा है कि हमें इस बारे में कोई जानकारी नहीं है।
Input : Dainik Jagran