नेपाल के प्रधानमंत्री केपी शर्मा ओली के भगवान राम को लेकर दिए विवादित बयान और नक्शे के विवाद से अलग हटकर नेपाली लोगों में अयोध्या में राम मंदिर शिलान्यास को लेकर हर्ष का माहौल है। श्रद्धालुओं ने दीप जलाकर जय श्रीराम का जयघोष किया।
दोनों देशो का सबंध ऐतिहासिक
पर्सा जिला वीरगंज में हिन्दू परिषद, नेपाल के राष्ट्रीय अध्यक्ष संतोष पटेल के नेतृत्व में राम भक्तों ने पटाखे छोड़ व दीप प्रज्ज्वलित कर जयघोष किया। उन्होंने बताया कि दोनों देशो का सबंध ऐतिहासिक है। पर्सा जिला नेपाल के समीप वाल्मीकि आश्रम है। वह क्षेत्र श्री राम के पुत्रों की क्रीड़ास्थली है। जनकपुर से लेकर नेपाल के ठोरी और भारत के अयोध्या तक सड़क और रेल मार्ग से जोड़ने का प्रयास दोनों देशों को करना चाहिए। विश्व के हिन्दू समुदाय के लिए ही नहीं, सम्पूर्ण मानव जाति के लिए आज का दिन गौरव का दिन है। प्रत्येक जाति व धर्म के लोग अपने बच्चो में राम और सीता का चरित्र देखते हैं। आने वाली पीढ़ी इसे आत्मसात करेगी।
अयोध्या को काल्पनिक स्थान बताने को लेकर विवाद
विदित हो कि कुछ दिन पहले नेपाल के प्रधानमंत्री केपी शर्मा ओली की ओर से भगवान राम के नेपाली होने और अयोध्या को काल्पनिक स्थान बताने को लेकर विवाद की स्थिति उत्पन्न हो गई थी। इसका सीमा के दोनों ओर विरोध किया गया था। खासकर भारत के संत समुदाय ने इसे विवाद को बढ़ाने वाला बयान करार दिया था। गौरतलब है कि नक्शे को लेकर भी भारत और नेपाल के संबंध इन दिनों तनावपूर्ण चल रहे हैं। इस बीच फायरिंग को लेकर भी माहौल असहज करने वाला हो गया है। इन घटनाओं के बीच नेपाल से दीप जलाने की सूचना का भारत के लोग भी संबंध को सुधारने वाला मान रहे हैं। माना जा रहा है कि आने वाला दिन दोनाें देश के लिए अहम होगा। संबंध में मधुरता आएगी।
Input : Dainik Jagran