पटना। वेब पत्रकारिता को एक नई पहचान दिलाने और इसकी विश्वसनीयता को बनाए रखने के उद्देश्य से वेब जर्नलिस्ट्स एसोसिएशन ऑफ इंडिया (WJAI) द्वारा राजधानी पटना में “संवाद से समाधान – लिट्टी चोखा के साथ” कार्यक्रम का आयोजन किया गया। इस कार्यक्रम में सूचना एवं जनसंपर्क विभाग (IPRD) के संयुक्त निदेशक (प्रेस) रविभूषण सहाय, WJAI के राष्ट्रीय अध्यक्ष आनंद कौशल, वरिष्ठ पत्रकार ब्रज मोहन सिंह, रजनीश कुमार, रविन्द्र भारती, अमर उजाला बिहार के संपादक कुमार ज्योति समेत कई प्रतिष्ठित पत्रकारों और मीडिया संस्थानों के प्रमुखों ने शिरकत की।
वेब पत्रकारों को उचित मान-सम्मान दिलाने का आश्वासन
कार्यक्रम में IPRD के संयुक्त निदेशक रविभूषण सहाय ने कहा कि वेब पत्रकारिता का महत्व बढ़ रहा है, लेकिन इसके साथ ही इसकी जिम्मेदारी भी उतनी ही अधिक हो गई है। उन्होंने भरोसा दिलाया कि वेब पत्रकारों को उचित मान-सम्मान मिले, इसके लिए सरकार तक उनकी आवाज पहुंचाई जाएगी। उन्होंने कहा,
“अगर आप सच्ची और निष्पक्ष पत्रकारिता करते हैं तो यह सरकार और आमजन दोनों के लिए फायदेमंद होती है। हम वेब पत्रकारों के हितों की रक्षा के लिए प्रयासरत हैं और आपकी समस्याओं को सरकार के सामने रखेंगे।”
उन्होंने यह भी कहा कि डिजिटल मीडिया में काम करने वाले पत्रकारों को सनसनीखेज खबरों से बचना चाहिए और सटीक तथ्यों पर आधारित रिपोर्टिंग करनी चाहिए, ताकि वेब पत्रकारिता की विश्वसनीयता बनी रहे।
वेब पत्रकारिता को नई ऊंचाई पर ले जाने का प्रयास: WJAI अध्यक्ष
कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुए WJAI के राष्ट्रीय अध्यक्ष आनंद कौशल ने वेब पत्रकारों को संबोधित करते हुए कहा कि WJAI वेब पत्रकारिता के चतुर्दिक विकास के लिए प्रतिबद्ध है। उन्होंने कहा,
“आज WJAI के प्रयासों का ही नतीजा है कि केंद्र और राज्य सरकार ने वेब पत्रकारों के लिए मीडिया गाइडलाइंस लागू की हैं। अब डिजिटल मीडिया को भी मुख्यधारा की पत्रकारिता में मान्यता दी जा रही है।”
उन्होंने पत्रकारों को यह सलाह दी कि केवल नकारात्मक खबरें दिखाने की प्रवृत्ति से बचें और सकारात्मक पत्रकारिता के जरिए समाज में बदलाव लाने की कोशिश करें।
पत्रकारिता में विश्वसनीयता और तथ्यपरकता जरूरी: वरिष्ठ पत्रकारों का सुझाव
न्यूज 18 के इनपुट एडिटर ब्रज मोहन सिंह ने कहा कि पत्रकारिता की साख बनाए रखने के लिए जरूरी है कि संघर्ष और ईमानदारी के साथ खबरों को परोसा जाए। उन्होंने सोशल मीडिया के प्रभाव पर बात करते हुए कहा,
“आज सोशल मीडिया के जरिए खबरें तेजी से फैलती हैं, लेकिन तथ्यहीन सूचनाओं की अधिकता से वेब पत्रकारिता की विश्वसनीयता प्रभावित होती है। हमें यह ध्यान रखना होगा कि हम मीडिया कंटेंट बना रहे हैं, न कि सिर्फ सोशल मीडिया कंटेंट।”
ज़ी न्यूज के ब्यूरो चीफ रजनीश कुमार ने पत्रकारिता की बारीकियों को समझाते हुए कहा,
“कैमरा और रिपोर्टिंग के सही तरीके अपनाने से खबरों की गुणवत्ता में सुधार होता है। केवल चैनल का लोगो दिखाने की होड़ में न रहें, बल्कि कंटेंट की प्राथमिकता पर जोर दें। जब भी कोई खबर रिकॉर्ड करें, यह सुनिश्चित करें कि वह सही, तथ्यात्मक और संतुलित हो।”
यूट्यूबर और वेब पत्रकार में अंतर स्पष्ट करें: डॉ. लीना
WJAI की राष्ट्रीय उपाध्यक्ष डॉ. लीना ने वेब पत्रकारों की स्थिति पर चर्चा करते हुए कहा कि आज वेब पत्रकारों को ‘यूट्यूबर’ कहकर संबोधित किया जाता है, जो गलत है। उन्होंने कहा,
“यूट्यूबर मनोरंजन पर ध्यान देते हैं, जबकि वेब पत्रकार समाज और प्रशासन से जुड़े गंभीर मुद्दे उठाते हैं। वेब पत्रकारों को अपनी पहचान खुद बनानी होगी और यह स्पष्ट करना होगा कि वे केवल कंटेंट क्रिएटर नहीं, बल्कि पत्रकार हैं।”
गलत खबर चलाने से बचें, विश्वसनीयता बनी रहे: प्रदेश अध्यक्ष बालकृष्ण
WJAI के प्रदेश अध्यक्ष बालकृष्ण ने वेब पत्रकारों को आगाह करते हुए कहा कि सबसे पहले खबर देने की होड़ में गलत जानकारी न परोसें, क्योंकि यह पत्रकार की साख को नुकसान पहुंचा सकता है। उन्होंने कहा,
“पत्रकारिता में विश्वसनीयता सबसे अहम चीज है। अगर आप खबर को पहले देने के चक्कर में गलत सूचना देते हैं, तो इससे आपकी विश्वसनीयता प्रभावित होगी।”
पत्रकारों की चुनौतियों और समाधान पर चर्चा
कार्यक्रम में वरिष्ठ पत्रकार रविन्द्र भारती और अमर उजाला के संपादक कुमार ज्योति ने अपने अनुभव साझा किए और बताया कि पत्रकारिता में संघर्ष के बिना कोई मुकाम हासिल नहीं किया जा सकता।
WJAI के राष्ट्रीय सचिव मधुप मणि “पिक्कू” ने कहा कि वेब पत्रकारों को अपने संवाद और लेखनी में संयम रखना होगा। उन्होंने बताया कि WJAI समय-समय पर कार्यशालाओं का आयोजन करता है, जिससे वेब पत्रकारों को नई जानकारियां मिलें और उनकी कार्यक्षमता बढ़े।
पत्रकारिता का मूल उद्देश्य समझें: WJAI के प्रदेश अध्यक्ष
WJAI के प्रदेश अध्यक्ष बालकृष्ण ने बताया कि एसोसिएशन का उद्देश्य वेब पत्रकारों को मुख्यधारा की पत्रकारिता में उचित स्थान दिलाना और उनके हितों की रक्षा करना है। उन्होंने कहा,
“पत्रकारिता का मूल उद्देश्य समाज में सही जानकारी पहुंचाना और जनता की समस्याओं को उजागर करना है। केवल सनसनीखेज खबरें दिखाने से पत्रकारिता कमजोर होती है।”
कार्यक्रम में प्रमुख पत्रकारों की उपस्थिति
इस कार्यक्रम में ईटीवी भारत के ब्यूरो चीफ बृजम पाण्डेय, राष्ट्रीय कोषाध्यक्ष मंजेश कुमार, राष्ट्रीय कार्यालय सचिव अकबर इमाम, राष्ट्रीय संयुक्त सचिव चंदन कुमार राज, राष्ट्रीय सचिव विवेक कुमार, प्रदेश उपाध्यक्ष आलोक कुमार, राजू पाठक, जिलाध्यक्ष दीपक राज और बिहार पुलिस के मीडिया पीआर संजीत मिश्रा समेत कई प्रतिष्ठित पत्रकार और मीडिया संस्थानों के बिहार प्रमुख शामिल हुए।
“संवाद से समाधान” कार्यक्रम वेब पत्रकारिता के भविष्य, उसकी विश्वसनीयता और चुनौतियों पर चर्चा का एक बेहतरीन मंच साबित हुआ। पत्रकारिता की साख को बनाए रखने के लिए तथ्यपरक और सकारात्मक पत्रकारिता पर जोर दिया गया। साथ ही, वेब पत्रकारों के हितों की रक्षा और उन्हें उचित पहचान दिलाने के लिए WJAI द्वारा निरंतर प्रयास करने का संकल्प लिया गया।